आरयू ब्यूरो
लखनऊ। दलित मजबूत नहीं होगा तो देश गर्त में चला जायेगा। बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने शिक्षित बनो, संघर्ष करो और संगठित होने की जो बात कही थी आज इसकी सख्त जरूरत है। आरक्षण कोई भीख नहीं है बल्कि दलितों का अधिकार है। इसे उन्हें हर हाल में मिलना चाहिए। आरक्षण देकर कांग्रेस ने ही दलितों को समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने का प्रयास किया। यह बातें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित अनुसूचित जाति की एक बैठक में कही।
यात्रा से सवा करोड़ दलितों को कांग्रेस से जोड़ने का लक्ष्य
बैठक में अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन के राजू ने बताया कि 11 नवंबर से शुरू होने वाली दलित कांग्रेस यात्रा प्रदेश के लगभग सभी जिलों में 45 से 60 दिनों तक चलेगी। इसके जरिए सवा करोड़ दलितों तक पहुंचने का लक्ष्य है। जिसके लिए तीन से चार टीमों का गठन किया जाएगा जो गांव एवं टोलों में जाकर दलितों की आवाज मजबूत करते हुए उन्हें कांग्रेस से जोड़ेगी। हमारे नेता राहुल गांधी दलितों के प्रति काफी सजग एवं संवेदनशील हैं। दलितों की शिक्षा, सुरक्षा और स्वाभिमान दिलाने का कार्य कांग्रेस करेगी। इसके साथ ही अनुसूचित जाति वर्ग के मजबूत कार्यकताओं को अगामी विधानसभा में प्रत्याशी बनाया जाएगा।
कांग्रेस की विचारधारा से दलितों को कराएंगे अवगत
सांसद पीएल पुनिया ने कहा कि दलितों को उनके प्रति कांग्रेस की विचारधारा से अवगत कराने के साथ ही उन्हें पार्टी से जोड़ा जाएगा। ताकि दलित विरोधियों के बहकावे में आकर छले न जाए। इसके लिए पार्टी के पदाधिकारी दलितों के गांवों में जाएंगे। इसके साथ ही यात्रा के लिए जल्द ही जनपदों का रूट चार्ट तैयार किया जाएगा। हमारे नेता राहुल गांधी दलितों के हितों के लिए संकल्पबद्ध हैं। उनके ही दिशा-निर्देश पर कार्यक्रम की रूप-रेखा बन रही है।