#WorldYouthSkillsDay: प्रधानमंत्री ने कहा, स्किल ही युवा की सबसे बड़ी ताकत, इसे बढ़ाने का कोई भी मौका न दें जाने

'मन की बात'

आरयू वेब टीम। कोरोना के इस संकट ने वर्ल्‍ड कल्‍चर के साथ ही नेचर ऑफ जॉब को भी बदलकर रख दिया है। बदलती नित्य नूतन टेक्नोलॉजी ने भी उस पर प्रभाव पैदा किया है। स्किल की ये ताकत जो है, इंसान को कहां से कहां पहुंचा सकती है। साथियों, एक सफल व्यक्ति की बहुत बड़ी निशानी होती है कि वो अपनी स्किल बढ़ाने का कोई भी मौका जाने ना दें। आज के युवा की सबसे बड़ी ताकत उसकी स्किल ही है।

उक्‍त बातें बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्‍व युवा कौशल दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कही। इस दौरान पीएम मोदी ने युवाओं के लिए एक नया मंत्र भी दिया जो उन्हें संकट के समय में प्रासंगिक रहने और उन्हें सशक्त बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि यह दिन आपके कौशल के लिए समर्पित है। मोदी ने कहा कि सहस्राब्दी युवाओं की सबसे बड़ी ताकत नए कौशल प्राप्त करना है। कोविड -19 ने नौकरियों की प्रकृति को बदल दिया है, और फिर नई तकनीक है जिसने हमारे जीवन को भी प्रभावित किया है। हमारे युवाओं को नए कौशल अपनाने होंगे।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि स्किल के प्रति अगर आप में आकर्षण नहीं है, कुछ नया सीखने की ललक नहीं है तो जीवन ठहर जाता है। एक रुकावट सी महसूस होती है। एक प्रकार से वो व्यक्ति अपने व्यक्तित्व को, अपनी पर्सनालिटी को ही बोझ बना लेता है। वहीं स्किल के प्रति आकर्षण, जीने की ताकत देता है, जीने का उत्साह देता है। स्किल सिर्फ रोजी-रोटी और पैसे कमाने का जरिया नहीं है। जिंदगी में उमंग चाहिए, उत्साह चाहिए, जीने की जिद चाहिए, तो स्किल हमारी ड्राइविंग फोर्स बनती है, हमारे लिए नई प्रेरणा लेकर आती है।

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उन्‍होंने आगे कहा कि कुछ लोग नॉलेज और स्किल को लेकर के हमेशा कंफ्यूजन में रहते हैं, या कंफ्यूजन पैदा करते हैं। आज भारत में नोलेज और स्किल, दोनों में जो अंतर है, उसे समझते हुए ही काम हो रहा है। तेजी से बदलती हुई आज की दुनिया में अनेक सेक्टरों में लाखों स्किल लोगों की जरूरत है। विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं में तो बहुत बड़ी संभावनाएं बन रही हैं।

वहीं पीएम मोदी ने आगे कहा कि चार-पांच दिन पहले देश में श्रमिकों की स्किल मैपिंग का एक पोर्टल भी शुरू किया गया है। यह पोर्टल स्किल्ड लोगों को, स्किल्ड श्रमिकों की मैपिंग करने में अहम भूमिका निभाएगा। इससे एंप्लॉयर एक क्लिक में ही स्किल्ड मैप वाले वर्कर्स तक पहुंच पाएंगे। छोटी-बड़ी हर तरह की ऐसी ही स्किल, आत्मनिर्भर भारत की भी बहुत बड़ी शक्ति बनेगी। वहीं पीएम ने आगे कहा कि पांच साल पहले आज ही के दिन कौशल भारत मिशन की शुरुआत की गई थी।

उन्‍होंने आगे ये भी कहा कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा इस मौके पर एक डिजिटल सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। कौशल भारत केंद्र सरकार की एक पहल है जो युवाओं को कौशल के साथ सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई थी जो, उन्हें अपने काम के माहौल में अधिक रोजगारपरक बनाती है।

बता दें कि वर्ल्ड यूथ स्किल डे भारत के लिए और अधिक महत्वपूर्ण है। भारत में कुल आबादी के करीब 65 फीसदी लोग 35 वर्ष से कम आयु के है। भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में शामिल हैं।

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