हत्‍या, लूट, बलात्‍कार, बेरोजगारी व घोटाले हैं योगी सरकार कि एक साल की उपलब्धि: अजय लल्‍लू

जगंलराज
अजय कुमार लल्लू। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। साल 2020 के आखिरी दिन कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू ने मीडिया को प्रदेश सरकार की उपलब्धि गिनाई है। आज अपने एक बयान में अजय लल्‍लू ने कहा है कि ध्‍वस्‍त कानून-व्‍यवस्‍था, हत्‍या, लूट, बलात्‍कार, बेरोजगारी व घोटाले योगी सरकार की एक साल की उपलब्धि हैं।

सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा है कि योगी सरकार के इस साल का कार्यकाल भ्रष्टाचार, गौशालाओं में गौ माताओं की मौतें, किसानों की आत्महत्याएं, उत्पीड़न के लिए भी जाना जाएगा। यूपी के विभिन्न जनपदों में दर्जन भर से अधिक साधुओं की निर्मम हत्या, हाथरस, लखीमपुर, गोरखपुर, कानपुर, कौशांबी, मेरठ, बलरामपुर, भदोही, आजमगढ़, फतेहपुर, अलीगढ़, बुलन्दशहर, मथुरा आदि प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में रेप, हत्या की वीभत्स घटनाएं योगी सरकार की एक वर्ष की उपलब्धि के रूप में जानी जाएगी।

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लल्‍लू ने आगे कहा कि जहां तक रोजगार की बात है कोरोना काल के पहले ही बेरोजगारी अपने चरम पर थी, जैसा कि श्रम मंत्रालय यूपी के मंत्री ने एक सवाल के जवाब में सदन में लिखित जवाब दिया था कि बेरोजगारी दर 2018 के 5.92 प्रतिशत के मुकाबले वर्ष 2019 में लगभग दो गुना बढ़कर 9.97 प्रतिशत हो चुकी थी। कोरोना के बाद यह स्थिति और भी भयावह हो गयी। लोक कल्याण संकल्प पत्र में किये गये 14 लाख प्रतिवर्ष सरकारी नौकरी देने के वादे को पूरा करने में योगी सरकार पूरी तरह विफल साबित हई है। नवंबर में ही केंद्र के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में सरकार ने स्वयं स्वीकार किया है कि कोरोना काल में 39 लाख संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार यूपी में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है जो वर्ष 2011-12 के पांच करोड़ के आंकड़े को भी पार कर गयी होगी।

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सरकार पर हमला जारी रखते हुए प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि इसके अलावा आंगनबाड़ी, शिक्षामित्र, अनुदेशक, आशा बहु, रोजगार सेवक, कस्बूरबा गांधी विद्यालयों के शिक्षक, खेल प्रशिक्षक आदि विभिन्न वर्गों के लोग सरकार की गलत नीतियों से अनके प्रकार के शोषण और उत्पीड़न के शिकार हैं।

साथ ही जीरो टॉलेरेंस की बात करने वाली योगी सरकार में भ्रष्टाचार और घोटालों में बाढ़ सी आ गयी। घोटाले के लिए भी योगी सरकार का यह वर्ष उपलब्धि भरा रहा है। 69हजार शिक्षक भर्ती घोटाला, डीएचएफएल घोटाला, होमगार्ड वेतन घोटाला, पीपीई किट घोटाला, स्वेटर,जूता, मोजा घोटाला, पशुपालन विभाग घोटाला, स्मार्ट मीटर रीडिंग घोटाला, लखनऊ विकास प्राधिकरण का घोटाला, बांदा में चारा घोटाला, प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत अल्पसंख्यक कल्याण योजना के तहत पेयजल और सीवर लाइन के निर्माण में घोटाला, लोकसेवा आयोग 2018 का पेपर लीक घोटाला, पंचायती राज विभाग में परफार्मेन्ट ग्रान्ट घोटाला, यमुना एक्सप्रेस वे घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, इन ब्लाक मोबाइल घोटाला आदि घोटाले मुख्यमंत्री जी की उपलब्धियां रही हैं।

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लल्‍लू इतने पर ही नहीं रुके उन्‍होंने गंभीर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि योगी सरकार की एक वर्ष की उपलब्धि के रूप में सड़कों पर हुए जन आंदोलन कुचलने और दमन के लिए भी जाना जाएगा। वाराणसी सहित कई जनपदों में बुनकरों द्वारा अपनी समस्याओं को लेकर आंदोलन किया गया। इसके अलावा होमगार्ड सिपाही सेवा से पृथक किये जाने के, पुरानी पेंशन बहाली को लेकर पेंशनर्स व आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा बहु, 69 हजार शिक्षक भर्ती में नियुक्ति को लेकर अभ्यर्थी, पूर्व सैनिक अपनी मांगों को लेकर, बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर विद्युतकर्मी व बकाये भुगतान की मांग को लेकर गन्ना किसान सड़कों पर उतरे और पुलिस द्वारा जिस तरह आंदोलनकारियों का बर्बर दमन किया गया वह योगी सरकार की तानाशाही और दमन के लिए जाना जाएगा।