आरयू एक्सक्लूसिव,
लखनऊ। देश के सबसे बड़े पार्कों में शुमार जनेश्वर मिश्र (जेएम) पार्क में जल्द ही आपको एंट्री करने के लिए टिकट देना पड़ सकता है। कंगाली के दौर से गुजर रहा लखनऊ विकास प्राधिकरण अपनी आय का जरिया बढ़ाने के लिए अब एंट्री टिकट लगाने की तैयारी कर रहा है। कहा जा रहा है कि हाल ही में एक बैठक में इसका प्रस्ताव रखने के बाद एलडीए को इसके लिए शासन स्तर से भी लगभग हरी झंडी दिखाई जा चुकी है। हालांकि अभी इस बारे में एलडीए के अफसर और इंजीनियर खुलकर बोलने से बच रहे हैं।
3400 से लेकर 8400 तक लोग पार्क में आते हैं हर दिन
टिकट लगाने से पहले एलडीए ने आमदनी का अंदाजा भी लगा लिया है। पार्क के सात गेटों में से एंट्री के लिए फिलहाल खोले गए गेट नंबर एक, दो, चार और सात से आने वाले लोगों की हाल ही में सुरक्षाकर्मियों के द्वारा गिनती भी कराई गई है। पार्क से जुड़ें एक अधिकारी के अनुसार गिनती में सोमवार को चारों गेटों से लगभग 4400, मंगलवार को 3800, बुधवार को 4300, गुरुवार को 3400, शुक्रवार को 3500 शनिवार को 4100 और सबसे ज्यादा रविवार को करीब 8400 लोगों के पार्क में पहुंचने की बात सामने आई है। हालांकि टिकट लगने के बाद इस संख्या में कमी आना तय माना जा रहा है।
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पांच साल तक के बच्चों और सीनियर सिटीजन पर नहीं लगेगा टिकट
सूत्र के अनुसार एलडीए ने पांच साल तक के बच्चों के अलावा 60 साल के ऊपर वाले बुजुर्गों को राहत देते हुए उनकी पार्क में एंट्री फ्री रखने का प्रस्ताव बनाया है। इसके अलावा मार्निंग और इवनिंग वार्कर के लिए लोहिया पार्क की तर्ज पर मासिक पास की व्यवस्था रहेगी। जबकि आम वीजिटर से एलडीए दस रुपए एंट्री फीस के रूप में चार्ज करेगा।
खर्च किए 400 करोड़ लेकिन टिकट घर बनाना ही भूले
पार्क पर करीब चार सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी एलडीए के इंजीनियर और अफसर टिकट घर बनाना ही भूल गए। सूत्र बताते हैं कि इसके चलते भी अब तक पार्क में एंट्री टिकट नहीं लगाया जा सका है। हालांकि टिकट व्यवस्था का मूड बना चुका एलडीए टिकट घर बनाने के साथ ही उसकी वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार कर रहा है।
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था लोकार्पण
बता दें कि 376 एकड़ में फैले इस पार्क को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता रहा है। पांच अगस्त 2014 को खुद अखिलेश यादव ने ही इस पार्क का लोकार्पण भी किया था। उसके बाद से ही यहां जनता की एंट्री और पार्किंग फ्री चल रही थी। हालांकि पार्क की पार्किंग से लगातार वाहन चोरी होने का मुद्दा ‘राजधानी अपडेट’ के उठाने के बाद कुछ महीने पहले ही एलडीए ने पार्किंग नंबर एक में टोकन व्यवस्था शुरू कराई है।
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शासन से अप्रूवल मिलने की बात पर एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह का कहना है कि अभी इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। अप्रूवल मिलते ही मीडिया को सारी चीजें बता दी जाएंगी।