आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक बार फिर भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। सपा अध्यक्ष ने जहां भाजपा सरकार को नौजवानों का सपना तोड़ने वाला बताया है, वहीं विकास कार्यों में फिसड्डी भी कहा है।
अखिलेश यादव आज अपने एक बयान के दौरान बोले कि भाजपा ने नौजवानों का सपना तोड़कर उन्हें गर्त में ढकेल दिया है। बेरोजगारी के शिकार नौजवान भटकाव की स्थिति में हैं। यह स्थिति अत्यंत सोचनीय है, क्योंकि युवा ही देश का भविष्य है। वह निराशा और कुंठित होता है तो उसका असर देश पर भी पड़ेगा।
नोटबंदी-जीएसटी के चलते हुई छंटनी
पूर्व मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद नौजवानों को रोजगार तो मिला नहीं, नोटबंदी-जीएसटी के चलते बड़ी तादाद में कर्मचारियों की छंटनी अलग से हो गई। जिससे बेरोजगारों की संख्या में और ज्यादा इजाफा हो गया।
भूल गयी लैपटॉप बांटने का वादा
लैपटॉप बांटने के बारे में बात करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि युवाओं के कल्याण की एक भी योजना मोदी या योगी सरकार नहीं ला सकी है। भाजपा ने छात्र-छात्राओं को लैपटॉप बांटने का वादा किया, वह भी भूल गई। जबकि सपा सरकार ने 18 लाख युवाओं को लैपटॉप बांटा और सरकार न रहने पर भी टॉपरों को अपने संसाधन से लैपटॉप बांटे हैं।
विकास कार्यों से योगी सरकार को चिढ़
अपनी सरकार के दौरान शुरू की गयी योजनाओं पर अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि योगी सरकार को तो विकास कार्यों से चिढ़ है। वह सपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति में अवरोध खड़े करने में लगी है।
यहां तक की डायल 100 पुलिस सेवा की प्रशंसा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुई, उसका बजट रोक दिया गया है। कैंसर इंस्टीट्यूट का काम रूक गया है। संस्कृति स्कूल को बजट नहीं दिया जा रहा है। एटीआई अधिकारियों के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट को भी बजट नहीं दिया जा रहा है।