15-16 सालों से LDA से गायब थे कर्मचारी फिर भी नौकरी थी बरकरार, मनमानी करने वाले आठ कर्मी अब हुए बर्खास्‍त

सिंगल टेबल क्लीयरेंस डे

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण में एक बार फिर चौंकाने वाला मामला सामने आया है, यहां 15-16 सालों से गायब चल रहे कर्मचारियों की नौकरी भी अब तक बरकरार थीं। अफसरों-कर्मचारियों की लापरवाही के चलते कागजों पर नौकरी कर रहे ऐसे ही आठ कर्मचारियों को एलडीए वीसी अभिषेक प्रकाश ने मंगलवार को बर्खास्‍त कर दिया है। वहीं एक अन्‍य कर्मचारी के बीमार होने की बात कहने पर एलडीए वीसी ने सीएमओ लखनऊ से रिपोर्ट मांगी है।

कई साल पहले जिन कर्मचारियों को बर्खास्‍त हो जाना चाहिए था उनकी सेवा समाप्‍त होने पर एलडीए वीसी की मुहर लगी तो मंगलवार को एलडीए में खासकर उन कर्मियों में हड़कंप मच गया जो पूर्व में बड़े-बड़े घोटाले व लापरवाही करने के बाद भी आज तक बचते आ रहें हैं।

वहीं सालों से गायब रहने के बावजूद आज बर्खास्‍त किए गए फोर्थ क्‍लास के कर्मचारियों के खिलाफ अब तक एलडीए की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी थी। कार्यालय न आने की वजह से केवल उनका वेतन रोका गया था।

बताया जा रहा कि इनमें से कई कर्मचारी पहले से ही दूसरी जगह नौकरी कर रहे थे, लेकिन यहां उनकी सेवाएं समाप्त नहीं की गई थी। अब यह एलडीए से पूरी तरह मुक्‍त हो चुके हैं।

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जानकारी के अनुसार सालों से एलडीए नहीं आने के बाद भी सेवाएं बरकरार रहने की जानकारी कुछ समय पहले एलडीए वीसी को मिली थी। जिसके बाद वीसी ने एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार व अधिष्‍ठान प्रभारी ऋतु सुहास से रिपोर्ट मांगी थी। छानबीन में नौ कर्मचारियों के नाम सामने आए थे।

जिनमें से आठ की सेवाएं समाप्‍त की गयीं हैं। इसके अलावा सितंबर 2017 से गायब चल रहे सुपरवाइजर विष्‍णु कुमार पाठक ने अब सामने आकर एलडीए नहीं आने का कारण अपनी बीमारी बताया है। नौकरी बचाने के लिए सुपरवाइजर की ओर से किए गए दावे की हकीकत जानने के लिए एलडीए वीसी ने सीएमओ से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने पर सुपरवाइजर के बारे में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

यह कर्मचारी हुए बर्खास्‍त

नवंबर 2004 से गायब चल रहे एलडीए के चैनमैन अखिलेश कुमार पांडेय, फरवरी 2005 से कार्यालय नहीं आ रहे रहे सफाई कर्मी मेवालाल, फरवरी 2007 से अनुपस्थित अनुचर राम लखन, सितंबर 2009 से नहीं आने वाले अनुचर राज प्रताप सिंह को आज बर्खास्‍त किया गया है।

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इसके अलावा अक्‍टूबर 2011 से एलडीए नहीं आने वाले रविंद्र नाथ मुखर्जी, नवंबर 2011 से अनुपस्थित माली ओम प्रकाश सिंह व मार्च 2019 से बिना किसी सूचना के एलडीए नहीं आने वाले मेट आद्या प्रसाद व नवंबर 2019 से गायब चल रहे माली सरोज कुमार की सेवा भी आज समाप्‍त कर दी गयी है।

एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने बताया, लंबे समय से गायब चल रहे आठ कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। यह सभी काफी समय से गायब थे। लेकिन पूर्व में कार्रवाई नहीं की गई। मंगलवार को इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गईं हैं।