आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी में राजभवन घेराव कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है। जांच एजेंसी भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रही है।
आज प्रेसवार्ता कर प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा के प्रवक्ता और नेता कह रहे हैं कि जांच और पूछताछ पर हंगामा क्यों बरपा है? यदि हंगामा होता तो राहुल गांधी कोर्ट जाते, स्टे लेते, लेकिन उन्होंने ईडी के सामने पेश होकर जांच में सहयोग किया। उन्होंने कहा कि अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं है, फिर भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
प्रमोद तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सज्जन जिंदल से लेकर गौतम अडानी तक के प्रकरण को उठाया। साथ ही कहा कि जांच एजेंसी को प्रधानमंत्री मोदी पर लगे आरोपों की भी जांच करनी चाहिए। जांच करे कि प्रधानमंत्री ने स्टील उद्योगपति सज्जन जिंदल को लाभ पहुंचाने के लिए नवाज शरीफ से मिलने पाकिस्तान गए थे। श्रीलंका के मंत्री ने बताया कि अडानी को पावर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पैरवी की थी। मेहुल चौकसी के मामले में भी पीएम मोदी पर आरोप हैं। इसके साथ ही प्रमोद तिवारी ने इस पूरे प्रकरण की जांच ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी के माध्यम से कराने की मांग उठाई।
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प्रमोद तिवारी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड में किसी भी तरह का कोई भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ। इस मामले में शिकायतकर्ता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने खुद दिल्ली हाई कोर्ट में अपनी शिकायत पर स्टे आर्डर दे रखा है। साथ ही कहा कि मोदी सरकार राहुल गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन से डरी हुई है। वह विपक्ष के नेताओं को ईडी, सीबीआई, आदि तमाम सरकारी संस्थाओं के माध्यम से डरा कर उनका असंवैधानिक दुरुपयोग करी रही है।
वहीं दूसरी ओर दिल्ली में कांग्रेस नेताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में आज कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में भी प्रदर्शन किया। लखनऊ में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं के ने राजभवन घेरने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक रोकते हुए गिरफ्तार कर लिया। बाद प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने इको गार्डेन ले जाकर छोड़ दिया।