आरयू ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई करते हुए गृह विभाग ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर व कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय कुमार मीना को हटाकर वेटिंग लिस्ट में डाल दिया है। ये दोनों ही अफसर डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध रहेंगे। समझा जा रहा है कि यह कार्रवाई लखनऊ-कानपुर में यातायात व्यवस्था में सुधार नहीं होने, वाहनों के अवैध स्टैंड लगने व अन्य शिकायतें मिलने पर की गयी है।
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इसके अलावा सोमवार को पांच अन्य सीनियर आइपीएस अफसरों का भी तबादला किया गया है। डीजीपी बनने की रेस में आगे चल रहे यूपी के साफ छवि वाले आइपीएस अफसरों में शुमार गोपाल लाल मीना का भी आज ट्रांसफर किया गया है। जीएल मीना को अब डीजी सीबीसीआइडी से डीजी कोऑपरेटिव सेल की जिम्मेदारी दी गयी है, हालांकि कुछ समय पहले तक यूपी के हालात देखते हुए समझा जा रहा था कि एसटी वर्ग से संबंध रखने वाले बेदाग छवि होने के साथ ही फील्ड में लंबी तैनाती का अनुभव रखने वाले जीएल मीना के हाथों में सरकार यूपी पुलिस की कमान सौंप सकती है, लेकिन सरकार के कार्यवाहक डीजीपी बनाने के फैसले के बाद पुलिस महकमें से लेकर आम लोगों तक में इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा होती रही है।
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वहीं डीजी होमगार्ड विजय कुमार को अब डीजी सीबीसीआइडी बनाया गया है, जबकि डीजी लॉजिस्टक विजय कुमार मौर्या को पुलिस महानिदेशक होमगार्ड की जिम्मेदारी मिली है।
इसके अलावा सूबे की राजधानी लखनऊ के पुलिस कमिश्नर की कमान एसबी शिरोडकर के हाथों में गृह विभाग ने सौंपी है। 1993 बैच के एसबी शिरोडकर इससे पहले एडीजी अभिसूचना के पद पर तैनात थे। वहीं कानपुर कमिश्नरेट पुलिस मुखिया के तौर पर एडीजी पुलिस मुख्यालय के पद पर तैनात रहे बीपी जोगदंड को भेजा गया है।