आरयू वेब टीम।
सिक्किम इलाके के डोकलाम में दो महीने से ज्यादा समय तक चली भारत और चीन के बीच तनातनी आज खत्म हो गई। अब चीन के साथ ही भारत भी डोकलाम क्षेत्र से अपनी सेना हटाने जा रहा है। यह जानकारी आज विदेश मंत्रालय ने मीडिया को दी। दोनों देशों की समझदारी से युद्ध के मुहाने तक पहुंची बात भारी तबाही से पहले ही सुलझ गई।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन ने राजनयिक संबंध बरकरार रखे हैं और भारत चीन को अपने हित, चिंताओं एवं रुख से अवगत कराने में सफल रहा है। सरकार के इस बयान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित चीन यात्रा से पहले ही डोकलाम विवाद पूरी तरह से हल हो जाने की पूरी उम्मीद है। मालूम हो कि मोदी तीन से पांच सितंबर तक होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में संभवत: हिस्सा लेने के लिए अगले सप्ताह चीन के शियामेन शहर जाएंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा कि चीन के साथ राजनयिक स्तर की वार्ताओं के बाद दोनों देशों ने आमने सामने से सुरक्षा बलों को हटाने का फैसला किया है। बयान में कहा गया है कि इन वार्ताओं के आधार पर डोकलाम में विवाद की जगह से सीमा बलों को आमने सामने की स्थिति से हटाने का फैसला किया गया है और यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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बताते चलें कि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में भारत और चीन के बीच करीब दो महीने से ज्यादा समय से गतिरोध बना हुआ था। यह गतिरोध तब शुरू हुआ जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को इलाके में एक सड़क का निर्माण करने से रोक दिया था। जिसके बाद चीन और उसकी मीडिया ने कई बार भारत को धमकाने की कोशिश कर भारतीय सेना को पीछे ढकेलना भी चाहा हालांकि चीन अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका।