आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। जनता के लिए आज से शुरू की गई मेट्रो पर सवारी के लिए बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के छात्रसभा और यूथ बिग्रेड से जुड़े नेता और कार्यकर्ता लाल टोपी लगाकर ट्रांसपोर्टनगर स्टेशन पहुंचे। इस दौरान सपाई स्टेशन के अंदर जाने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। जिससे भड़के सपाईयों ने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया।
सपाईयों का कहना था कि लखनऊ में मेट्रो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की देन है उसके बाद भी योगी सरकार के तानाशाही रवैये के चलते आज सपाईयों को ही उसमें जाने से रोका जा रहा है। जबकि उन लोगों ने नियम के हिसाब से मेट्रो कार्ड तक लिया है।
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अखिलेश यादव का पोस्टर लेकर पहुंचे सपाईयों ने इस दौरान अखिलेश यादव को बधाई देने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। वहीं हंगामे की खबर लगते ही क्षेत्रिय पुलिस के साथ ही एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा, सीओ कृष्णानगर समेत करीब आधा दर्जन थाने की पुलिस के साथ ही पीएसी भी मौके पर पहुंच गई।
पुलिस के मेट्रो में प्रवेश करने से रोके जाने से नाराज सपाईयों ने कानपुर रोड जाम कर दिया। जिसके बाद फुल एक्शन में आई पुलिस ने सपाईयों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस की लाठी चार्ज में सपा के कुछ सदस्यों के सिर फूट गए वहीं शरीर पर अन्य जगहों पर चोट आने से करीब दर्जन भर सपाई घायल हो गए।
लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने करीब सौ सपाईयों को जीप और डीसीएम में ठूंसकर थाने भिजवाया। जहां से बाद में उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। पुलिस की कार्रवाई से सपाईयों में जबरदस्त रोष व्याप्त है।