आरिफ का दोस्त सारस छीनने से भड़के अखिलेश, बोले दाना खिलाने वाले से भी छीनो मोर

सारस की दोस्‍ती
सारस के साथ अखिलेश व आरिफ। (फाइल फोटो)

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया है। अमेठी की मशहूर ‘आरिफ-सारस’ की दोस्ती के मामले में वन विभाग की कार्रवाई से भड़के अखिलेश ने नाराजगी जताते हुए कहा कि योगी सरकार ने आरिफ से उसका ‘दोस्त’ सारस महज इसलिए छीन लिया है, क्योंकि इन दोनों की अनूठी ‘दोस्ती’ देखने के लिए वे (अखिलेश) अमेठी चले गए थे। सपा सुप्रीमो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना तंज कसा कि सरकार को उनसे भी मोर छीन लेने चाहिए, जो उन्हें दाना खिलाते हैं।

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आज सपा मुख्यालय में अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें आरिफ भी उनके साथ मौजूद रहे। इस दौरान अखिलेश ने आरोप लगाते हुए कहा- सरकार ने सारस सिर्फ इसलिए ‘छीना’ क्योंकि वह (अखिलेश) पांच मार्च को आरिफ और उस सारस से मिलने और बधाई देने चले गए थे। सरकार ने उस सारस को कैद कर लिया है। सरकार बताए कि आखिर उसने सारस को कहां कैद किया है।” क्या यही लोकतंत्र है? लोगों ने कुत्ते-बिल्ली पाल रखे हैं। न जाने कितने पालतू कुत्तों ने कितने लोगों को काटा है। सरकार ने उस पर क्या किया?

मुझे भी भेजा जा सकता है जेल

सपा मुखिया ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा मै सारस पक्षी को बचाने वाले मोहम्मद आरिफ से मिलने गया तो सरकार ने सारस को छीन लिया, मैं अपने विधायक से मिलने कानपुर जेल गया तो विधायक की जेल बदल दी गयी। अब उन्‍हें भी जेल भेजा जा सकता है। साथ ही पूर्व सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान साहब को उनके परिवार के साथ सरकार प्रताड़ित कर रही है, क्योंकि वह समाजवादी हैं। क्या यही लोकतंत्र है। कोई खिलाफ पोस्टर लगा दे तो भाजपा सरकार एफआइआर करा देती है, कोई पत्रकार वादा पूरा करने का सवाल पूछ ले तो सरकार जेल में डाल देती है।

हजारों की संख्या में कटवाए पेड़

अखिलेश ने आगे कहा कि प्रदेश के ऐसे मुख्यमंत्री के बारे में क्या कहा जाए, जो यह कहते हैं कि मेट्रो बनाने से, एक्सप्रेस-वे बनाने से, रिवरफ्रंट बनाने से, पार्क बनाने से वोट नहीं मिलता है। सरकार में अन्याय और अत्याचार चरम पर है। अधिकारी जितना चाहे अन्याय और अत्याचार कर ले। मन न भरा हो तो और कर ले, लेकिन इसका संदेश क्या जा रहा है यह भी सोच ले। भाजपा सरकार आम जनता और किसानों की ही नही, पशु-पक्षी और पेड़-पौधों की भी दुश्मन है। सरकार ने इन्वेस्टमेंट मीट के दौरान हजारों की संख्या में पेड़ कटवाए, जो गमले लगवाए थे भाजपा के लोगों ने चोरी कर लिए। एक हजार एकड़ में एक लाख 36 हजार पेड़ लगते हैं। भाजपा सरकार बताएं इन्होंने 150 करोड़ पेड़ कहां लगाएं?

…परमानेंट डीजीपी और मुख्य सचिव नहीं

प्रदेश सरकार के पास अपना परमानेंट डीजीपी और मुख्य सचिव नहीं है। ब्लैक मेलिंग चल रही है। बेरोजगारी चरम पर है। सरकार बताए कि नौकरी और रोजगार को लेकर नौजवानों से किए गए वादे कितने पूरे हुए। छह साल में सरकार ने नौजवानों को कितनी नौकरी दी। भाजपा सरकार में कई इन्वेस्टमेंट मीट हुई लेकिन जमीन पर क्या उतरा, कितना निवेश आया सरकार यह नहीं बताती है।

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