आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
कश्मीर को लेकर चल रही भारत-पाकिस्तान के बीच की गर्मी आज न्यूयॉर्क में चल रहे संयुक्त राष्ट्र के 72 वें अधिवेशन में देखने को मिली। भारत ने पाकिस्तान पर तगड़ा पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान किसी भी किस्म की गलतफहमी न पाले। जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा। पाकिस्तान आतंकियों का गढ़ है। दुनिया को मानवाधिकार का ज्ञान पाकिस्तान से नहीं चाहिए।
यूएन में भारत की ईनम गंभीर ने पाकिस्तान को टेररिस्तान करार देते हुए कहा कि वह लगातार आतंकियों को पनाह दे रहा है। आतंक को पैदा कर रहा है। वह तो अजीब है कि जो देश ओसामा बिना लादेन और मुल्ला उमर को पनाह देता है, वही पीड़ित होने का दावा कर रहा है। पाकिस्तान में हाफिज सईद जैसे आतंकी बैठकर आतंकवादी गतिविधियां चला रहे है।
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वहीं इससे पहले संयुक्त राष्ट्र की महासभा को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारत प्रशासित कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि विश्व समुदाय को कश्मीर समस्या का हल निकालना चाहिए।
अब्बासी ने कश्मीर में भारतीय सेना और वहां के लोगों की बीच चल रहे संघर्ष का मुद्दा भी उठाया। अब्बासी ने कहा भारतीय सेना भारत प्रशासित कश्मीर की जनता पर पैलेट गन का इस्तेमाल कर रही है इसका शिकार हजारों कश्मीरी और बच्चे हो रहे हैं।
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न्याय प्रिय होने का दिखावा करते हुए अब्बासी ने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव और मानवाधिकार आयोग के उच्चायुक्त को भारत प्रशासित कश्मीर में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इन्हीं बातों पर भारत ने तगड़ा पलटवार किया।
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