आरयू नेशनल वेब।
महाराष्ट्र के बुलढाणा स्थित एक आश्रम में 12 आदिवासी बच्चियों से रेप किये जाने का शर्मनाक मामला सामने आया है। छात्राओं की उम्र 11 से 14 साल के बीच बताई जा रही है। तीन छात्राओं के गर्भवती होने के बाद मामले का खुलासा हो सका है। सूचना पर एक्शन में आई इलाकाई पुलिस आश्रम के हेडमास्टमर समेत 11 लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जबकि मुख्य आरोपित फरार बताया गया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक पीडिताओं की संख्या अभी और बढ़ सकती है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शिक्षा के मंदिर में छात्राओं के साथ महीनों से दरिंदगी की जा रही थी। दूसरी ओर महाराष्ट्र के डीजीपी की ओर से गठित की गई स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम ने भी मामले की तेजी से जांच शुरू कर दी है।
ऐसे खुला पूरा मामला
आश्रम के बोर्डिंग में रहने वाली छात्राएं दीवाली की छुट्टी पर अपने घर जलगांव गई थी। घर पर पेट में दर्द की शिकायत होने पर उन्होंने यह बात परिजनों को बताई। जिसके बाद घरवालें इलाज के लिए बेटी को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टरों ने बेटी के गर्भवती होने की बात बताई तो उनके होश उड़ गए। बच्ची ने घरवालों को बताया कि आश्रम में उसके अलावा अन्य कई लड़कियों के साथ जबरदस्ती रेप किया गया है। इस बारे में उन लोगों ने कई बार आश्रम के वहां की महिला शिक्षको व स्कूल प्रबंधन से शिकायत भी की, लेकिन हर किसी ने उन लोगो की बातों को अनसुना कर दिया।
पीडि़ताओं का पुलिस अकोला अस्पताल में मेडिकल और इलाज करा रही है। एसपी एसडी बाविस्कर ने मीडिया को बताया कि दस शिक्षकों को आरोपित बनाने के साथ ही स्कूल के स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है। घटना के पीछे मुख्य भूमिका निभाने वाले कर्मचारी इत्तू सिंह पवार फरार बताया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इत्तू के पकड़े जाने पर कई सारे राज खुलेंगे।
विपक्षियों ने मांगा मुख्यमंत्री से इस्तीफा
सनसनीखेज मामले के खुलते ही विपक्षियों ने प्रदेश सरकार पर हमले शुरू कर दिए है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने घटना को बेहद शर्मनाक बताते हुए मुख्यमंत्री फड़वीस व बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे से इस्तीफे की मांग की है। राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व प्रेसिडेंट ममता शर्मा ने कहा महाराष्ट्र में लड़कियों के साथ लगातार अपराध के मामले सामने आ रहे है। यह सबसे संगीन घटना है।