आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर रविवार को एक बार फिर एनडीए में शामिल हो गई है। इसकी जानकारी जानकारी खुद देश के गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी।
अमित शाह ने रविवार को अपने साथ राजभर की फोटो ट्वीट कर कहा कि, “सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया है। मैं एनडीए परिवार में उनका स्वागत करता हूं।” उन्होंने आगे कहा कि राजभर जी के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों व वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा।
वहीं सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने रविवार को लखनऊ में प्रेसवार्ता कर कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और भाजपा ने आगामी 2024 चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला लिया है। 14 जुलाई को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई और विभिन्न बिंदुओं पर बात हुई। दोनों दल के मिलने से पूरे प्रदेश में एक बड़ी ताकत पैदा होगी। देश के प्रधानमंत्री की जो सोच है उसे आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलेगी।
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने कहा है कि उनकी पार्टी अब एनडीए का हिस्सा हो गई है। राजभर ने कहा कि हमने 2024 का चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला किया है। हमें साथ लेने के लिए पीएम मोदी, अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। हम 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल होंगे।
मेरे लिए मंत्री पद महत्वपूर्ण नहीं
एक सवाल के जवाब में ओम प्रकाश ने कहा कि मेरे लिए मंत्री पद महत्वपूर्ण नहीं है। राजभर ने कहा कि भाजपा और सुभासपा सामाजिक न्याय, देश की रक्षा- सुरक्षा, सुशासन वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग को सशक्त बनाने के लिए मिलकर लड़ेगी।
यह भी पढ़ें- भाजपा-सुभसपा के गठबंधन पर ओपी राजभर का जवाब, राजनीति में सब संभव
बता दें कि ओम प्रकाश राजभर इससे पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं। वो यूपी की योगी सरकार में मंत्री भी थे, लेकिन भाजपा से अनबन के कारण वह गठबंधन से अलग हो गए थे। बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी से गठबंधन करके विधानसभा चुनाव लड़ा। यूपी में फिर से भाजपा की सरकार बनने के बाद ओम प्रकाश राजभर की अखिलेश यादव से दूरियां बढ़ने लगी। बाद में सपा से भी गठबंधन टूट गया।