बोले योगी के मंत्री अयोध्या में प्रशासन फेल, भेजी जाए सेना, अखिलेश के बयान का भी किया समर्थन

ओम प्रकाश राजभर
ओम प्रकाश राजभर ( फाइल फोटो।)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। अयोध्‍या में राममंदिर निमार्ण को लेकर विश्‍व हिंदू परिषद की 25 नवंबर को प्रस्तावित धर्मसभा और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आर्शीवाद उत्सव को पर सरगर्मी तेज हो गई है। इस दौरान शनिवार को राममंदिर मुद्दे पर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़ा किया है। साथ ही अखिलेश यादव के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्‍होंने अयोध्‍या में सेना तैनात करने की बात कही थी।

उन्‍होंने आगे कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट का फैसला लोग मानें या दोनों पक्ष बैठकर समझौता कर लें। इस तरह के आयोजन करके ड्रामा नहीं करना चाहिए। वहीं जभर ने कहा कि मैं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सहमत हूं कि अयोध्या में प्रशासन फेल हो चुका है, इसलिए जरूरी है कि वहां सेना बुलाई जाए।

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प्रशासन पर सवाल उठाते हुए ओम प्रकाश ने कहा कि जब जिला प्रशासन ने शहर में धारा-144 लागू की है, तो इतनी  बड़ी संख्या में शिव सैनिक और वीएचपी के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा कैसे हो रहा है। जिला प्रशासन पंगु नजर आ रहा है और कही न कही सरकार के हाथ बंधे हुए नजर आ रहे है, जबकि मुख्‍यमंत्री का ध्यान यहां नहीं है, वो तो चुनाव प्रचार में लगे हैं। सूबे के लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मुख्‍यमंत्री की होती है।

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साधु-संतों पर कटाक्ष करते हुए राजभर ने कहा कि साधु-संत राममंदिर का राग सिर्फ इसलिए अलापते हैं, क्योंकि इससे उनकी रोजी-रोटी चलती है और उनका पेट भरता है। लाखों का चढ़ावा जो चढ़ता है उसी के चलते साधु-संत न तो खेती करते हैं और न ही मेहनत का कोई दूसरा काम करते हैं। उनकी आमदनी का कोई दूसरा जरिया भी नहीं होता, इसलिए वह मंदिर राग अलापकर अपनी रोजी-रोटी का इंतजाम करते हैं।

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