आरयू वेब टीम।
आज से छह महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव हो गया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जीएसटी, टेलीकॉम सेक्टर और टोल प्लाजा से जुड़े इन नियमों के बदलाव से आपको फायदा पहुंचना तय है। आइये जानते है सबसे पहले एसबीआई के ग्राहकों के लिए किए गए बदलाव के बारें में-
अब खाता बंद करने पर एसबीआई में नहीं देना होगा शुल्क
एसबीआई अपने खाताधारकों से अकाउंट बंद कराने या सेटल कराने के लिए अब अधिकतर मामलों में कोई शुल्क नहीं लेगा। नए नियमों के तहत अगर अकाउंट होल्डर अकाउंट खुलने के 1 साल के बाद अकाउंट बंद कराता है तो उसे कोई शुल्क नहीं देना होगा। अगर कोई अकाउंट खुलने के 14 दिन के अंदर बंद कराता है तो उसे कोई शुल्क नहीं देना होगा, लेकिन कोई व्यक्ति अकाउंट खोलने के लिए 14 दिन के बाद और 1 साल पूरा होने से पहले अकाउंट बंद कराता है तो उससे 500 रुपए और जीएसटी देना होगा।
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मिनिमम बैलेंस की लिमिट भी घटाई
एसबीआई ने ग्राहकों राहत देते हुए अपने मिनिमम अकाउंट बैलेंस के नियमों में भी बदलाव किया है। नए नियम के तहत बैंक ने मेट्रो सेंटर्स में लिमिट 5,000 रुपए से घटाकर 3,000 कर दी है। अब मेट्रो और अरबन सेंटर को एक ही कैटेगरी में माना जाएगा। एसबीआई की ओर से कहा गया है कि इससे करीब 5 करोड़ अकाउंट होल्डर्स को फायदा होगा।
अब नहीं चलेंगे इन बैंकों के चेक
एसबीआई में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और भारतीय महिला बैंक का विलय हो जाने के बाद अब एसबीआई इन बैंकों की जगह अपने बैंक की ही चेक स्वीकार करेगा।
कम हो सकते हैं कॉल रेट
ट्राई यानी टेलीकॉम रेगुलेटर ने इंटरकनेक्शन यूजर्स चार्ज में 50 प्रतिशत से ज्यादा कटौती करने का फैसला लिया है। अब मोबाइल टर्मिनेशन चार्ज 14 पैसे प्रति मिनट से घटकर छह पैसे प्रति मिनट हो गया है। इस लिहाज से इसमें 8 पैसे की कटौती हुई है। इसको देखते हुए कॉल रेट कम होने की संभावना है।
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नई एमआरपी के साथ मिलेगें सामान
आज से आपको नई एमआरपी के साथ सामान मिलेगा। 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने के बाद केंद्र सरकार ने व्यापारियों को सुविधा दी थी कि वे 30 सितंबर तक पुराने सामान पर नई एमआरपी का स्टिकर लगा कर बेच सकते हैं। और अब 30 सितंबर को व्यापारियों की यह सुविधा खत्म हो गई।
अब नहीं लगानी होगी टोल लाइन
आज से नेशनल हाईवे पर बने सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग लगी गाड़ियां बिना रुके गुजर सकेंगी। नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचएआई) के मुताबिक, सभी टोल प्लाजा पर शुक्रवार तक डेडिकेटिड फास्टैग लेन तैयार हो गई थी। इस लेन पर ऑपरेशन भी शुरू हो गया है।
क्या है फास्टैग
बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल फास्टैग लॉन्च किया था। फास्टैग सिस्टम में गाड़ी के शीशे पर एक टैग लगाया जाता है। टोल प्लाजा पर लगी डिवाइस उसे रीड कर लेती है और टोल टैक्स टोल प्लाजा के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है। फास्टैग को रिचार्ज कराना भी आसान है। इसे ऑनलाइन रिचार्ज किया जा सकता है, जिसके लिए कई बैंकों को अधिकृत किया गया है।