आरयू वेब टीम। अजमेर की साध्वी अनादि सरस्वती ने भाजपा का दामन छोड़ गुरुवार को कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। पूर्व भाजपा नेता साध्वी अनादि सरस्वती ने आज दोपहर पीसीसी वॉर रूम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
साध्वी अनादि सरस्वती ने कांग्रेस ज्वॉइन कर कहा कि काम करना और काम का प्रचार करने में अंतर है। गहलोत सरकार ने जो गायों के लिए काम किया आज वो धरातल पर है। साथ ही उन्होंने कहा कि धर्म की पहचान कर्म से होती है। सरस्वती ने गहलोत सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि फ्री दवाईयों देकर मानव मात्र का धर्म निभाना, एक-एक जीव के लिए करना, मंदिरों का जीर्णोद्धार करना, पंडितों को सिस्टम के अनुसार वेतन देना। ये सब गहलोत सरकार कर रही है। मैं गहलोत सरकार की विचारधारा से काफी प्रभावित हूं, इसलिए कांग्रेस में शामिल हुई है।
वहीं, सीएम गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे उनकी चलने वाली नहीं है। देश में आज जिस तरह के हालत है वो साध्वी अनादि सरस्वती भी समझ रही है। हमारी सरकार ने जो काम किए वो किसी ने नहीं किए है। हमने गाय माता की सेवा की और हमने जितना अनुदान दिया वो किसी ने नहीं दिया है। लंपी रोग के दौरान भी हमारी सरकार ने सबसे ज्यादा काम किए है। हम कामधेनु योजना भी जल्द लेकर आ रहे है।
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बता दें कि साध्वी अनादि सरस्वती अजमेर उत्तर विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा चाहती थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने से नाराज साध्वी अनादि सरस्वती ने भगवा का चोला त्याग कर अब कांग्रेस ज्वॉइन कर ली है। माना जा रहा है कि वो कांग्रेस के टिकट पर उत्तर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकती है।