आरयू वेब टीम। शनिवार को राज्यसभा में रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी बदले तेवर में नजर आएं इस दौरान जहां उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। वहीं मोदी सरकार के कामों में उन्हें पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की झलक भी दिखने लगी। मोदी सरकार की तारीफ करते हुए जयंत चौधरी ने कहा सम्मान पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
संसद में आज लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ताबड़तोड़ भारत रत्न देने की घोषणा का मुद्दा भी जोर-शोर से उठाया गया। विपक्ष ने इसपर जमकर हंगामा किया। जिसपर जयंत चौधरी ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। जयंत ने कहा वह दस सालों तक विपक्ष में रहें, लेकिन आज जो सरकार है उसकी कार्यशैली में भी चौधरी चरण सिंह के विचारों की झलक है।
इस दौरान नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए जयंत ने कहा कि जब प्रधानमंत्री ग्रामीणों क्षेत्र में शौच की दुर्व्यवस्थाओं पर प्रकाश डालते हैं, जब महिला शक्ति को भारत सरकार अपना प्लेटफॉर्म बनाती है और गांव-गांव में जागृति पैदा करती है तो मुझे उसमें चौधरी चरण सिंह की बोली याद आती है।
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आरएलडी प्रमुख ने राज्यसभा में कहा, “चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला बहुत बड़ा फैसला है… कल घोषणा के बाद लोगों ने दिवाली मनाई। कल किसानों ने कनॉट प्लेस में मिठाइयां बांटीं। इससे पता चलता है कि यह निर्णय केवल उनके परिवार के सदस्यों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि किसानों को मजबूत करने का निर्णय है।”
उन्होंने इसे देश के किसानों व वंचित समाज को सशक्त करने वाला फैसला करार दिया और कहा कि मौजूदा सरकार की कार्यशैली में भी चरण सिंह के विचारों की झलक है और एक ‘जमीनी सरकार’ ही ‘धरतीपुत्र’ को भारत रत्न दे सकती है।
किस नियम के तहत दिया बोलने
जब संसद में जयंत चौधरी बोल रहे थे तभी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सवाल उठाया कि किस नियम के तहत इनको बोलने दिया गया है। खरगे ने कहा कि हालांकि हम सैल्यूट करते हैं जिन्हें भारत रत्न दिया गया है।
…तो तय हो जाएगा भारत रत्न की हुई सौदेबाजी
वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने यहां तक कह दिया कि अब अगर जयंत चौधरी एनडीए में जाते हैं तो उससे तो यही साबित होगा कि भारत रत्न की सौदेबाजी हुई है और उनको अब तो बिल्कुल भी एनडीए का हिस्सा नहीं बनना चाहिए।