आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के बीच बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बसपा के आंवला लोकसभा और बरेली लोकसभा के दोनों प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त हो गया है। बरेली लोकसभा सीट से बसपा उम्मीदवार छोटेलाल गंगवार के कागजात में पायी गई कमी के कारण जिला निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन निरस्त कर दिया।
वहीं आंवला से बसपा के दो प्रत्याशी होने की वजह से आबिद अली का पर्चा निरस्त कर दिया, जबकि दूसरे प्रत्याशी सत्यवीर सिंह को बसपा ने अपना प्रत्याशी मानने से इनकार कर दिया है। इसलिए उनका भी नामांकन रद्द होना लगभग तय है। इस संबंध में बसपा प्रमुख मायावती ने पत्र जारी कर कहा कि आंवला से आबिद अली उनकी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी हैं।
बसपा के आंवला जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने रिटर्निंग ऑफिसर सीडीओ को पत्र लिखकर मामले की शिकायत की है। उन्होंने फर्जी बसपा प्रत्याशी सत्यवीर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। आंवला के बसपा प्रत्याशी आबिद अली ने इस सब के पीछे सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य का हाथ होने का आरोप लगाया है। आबिद ने कहा कि ये सब सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य का षड्यंत्र है। हम इस मामले को लेकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। बसपा कार्यकर्ताओं ने नीरज मौर्य के खिलाफ नारेबाजी भी की।
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फर्जी सिंबल और लेटर को लेकर बसपा के कथित प्रत्याशी सत्यवीर सिंह के खिलाफ बसपा जिलाध्यक्ष ने कोतवाली में तहरीर दी है। बसपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह का आरोप है कि सत्ता के दवाब में यहां के प्रशासनिक अधिकारी काम कर रहे हैं। हमारी बात नहीं सूनी जा रही है। हमने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में शिकायत की। सतबीर ने फर्जी तरीके से सिंबल लगाकर नामांकन दाखिल किया है। सतबीर बसपा के न तो प्रत्याशी हैं और न ही वो कभी पार्टी के सदस्य रहे हैं। वो पूरी तरह से फर्जी प्रत्याशी हैं।