आरयू वेब टीम। केंद्र में नई सरकार के गठन के लिए आज संसद भवन में एनडीए संसदीय दल की बैठक नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की मौजूदगी में हुई। पहले राजनाथ सिंह ने संसदीय दल के नेता के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा। फिर अमित शाह और नितिन गडकरी के साथ ही नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू समेत तमाम बड़े नेताओं ने इसका समर्थन किया। प्रस्ताव पारित होते ही नरेंद्र मोदी संसदीय दल के नेता चुन लिए गए।
संविधान सदन में हुई इस बैठक में नरेंद्र मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता, एनडीए संसदीय दल का नेता और लोकसभा का नेता चुना गया है। अब एनडीए की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईवीएम पर उठाए गए सवालों को लेकर विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने चार जून को परिणाम वाले दिन का एक वाकया साझा करते हुए कहा कि ईवीएम जिंदा है या मर गया।
उन्होंने कहा कि शाम होते-होते ईवीएम पर सवाल उठाने वाले विपक्षियों के मुंह पर ताला लग गया। ये लोग ईवीएम के खिलाफ झूठ का षडयंत्र लेकर बैठे थे। साथ ही कहा किसी पार्टी का सांसद हो मेरे लिए सभी समान होंगे। कहा कि विकसित भारत के अपने सपने को साकार करके रहेंगे। मोदी ने दक्षिण के राज्यों में एनडीए को मिली बढ़त का जिक्र किया।
यह भी पढ़ें- नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा इस्तीफा
इस दौरान विशेष रूप से केरल का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां हमारी विचारधारा को लेकर हमारे कार्यकर्ताओं पर जुल्म किया गया। इतना तो जम्मू कश्मीर में भी नहीं हुआ था। आज पहली बार केरल से हमारा प्रतिनिधि सदन में होगा। इस दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बड़ी जीत पर भी बयान दिया।