आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-सपा की जगह आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी का भाजपा से गठबंधन करना उनकी पार्टी के कई नेताओं को पसंद नहीं आया था। जयंत चौधरी नई सरकार में मंत्री बन गए हैं, लेकिन पार्टी में नाराज नेताओं ने भी बगावत तेज कर दी है। आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भूपेंद्र चौधरी ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
भूपेंद्र चौधरी ने सोशल मीडिया के जरिए आरएलडी छोड़ने का ऐलान किया। साथ ही पोस्ट कर भूपेंद्र चौधरी ने कहा, ‘इन सदियों में राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं और नेत्रियों ने जो प्यार, समर्थन और सम्मान मुझे दिया है, उसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा। भारी मन से आज मैं राष्ट्रीय लोकदल की प्राथमिक सदस्यता छोड़ रहा हूं। जय जवान जय किसान।’
गौरतलबह है कि जयंत चौधरी को नई सरकार में मंत्री बनाया गया है। वे पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं। एनडीए सरकार में उन्हें शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है, लेकिन उनकी पार्टी के कई नाराज़ नेता अब पूरी तरह से बागी हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में कुछ और नेता आरएलडी छोड़कर किसी दूसरी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
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आरएलडी और भाजपा के बीच गठबंधन पिछले साल हुआ था। तब पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के कुछ दिनों बाद ही गठबंधन का औपचारिक ऐलान कर दिया गया था। इस गठबंधन के तहत आरएलडी को दो सीटें दी गई थीं।