आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हाथरस भगदड़ कांड में साजिश की आशंका जताई है। जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को अखिलेश यादव ने सीएम योगी को निशाने पर लिया है। सपा मुखिया ने कहा है कि घटना में षड्यंत्र तो नहीं हो सकता मगर यह साजिश जरूर हो सकती है कि सरकार इस मामले पर अपनी जिम्मेदारी से भागना चाहती है।
सपा मुखिया ने आज सहारनपुर से बहुजन समाज पार्टी के पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान को सपा में शामिल कराने के बाद मीडिया से बातचीत में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाया और कहा कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सह उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक अपना ‘पॉलिटिकल स्वास्थ्य’ बेहतर करके खुद ‘मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसी रस्साकशी के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग का बजट कम कर दिया है।
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सपा प्रमुख ने कहा, ”मीडिया के कैमरे से जो तस्वीर आई हैं उन्हीं को देखकर सरकार कोई निर्णय ले ले। असली मुद्दा यह है कि प्रशासन और सरकार की जिम्मेदारी थी, जब घटना हो गई तब अधिकारी पहुंचे। उन्हें पहले क्यों नहीं भेजा कि वहां पर इतने लोग इकट्ठे ना हो जाएं। प्रशासन की क्या जिम्मेदारी बनती थी। सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती।” उन्होंने यह भी कहा कि हाथरस भगदड़ कांड में इलाज न मिलने की वजह से भी बहुत से लोगों की जान चली गई।
सपा प्रमुख ने स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पर गंभीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा, ”जब स्वास्थ्य विभाग के मंत्री अपना पॉलीटिकल स्वास्थ्य बेहतर करना चाहते हों तो विभाग को कौन ध्यान देगा। वह तो चाहते हैं कि मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ पद से) हट जाएं और वह (पाठक) बन जाएं। मुख्यमंत्री यह बात जानते भी हैं कि वह (पाठक) पीछे पड़े हैं तो वह उनके विभाग को कुछ बजट ही नहीं दे रहे हैं।”
अखिलेश यादव ने भगदड़ मामले को लेकर सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, ”समाजवादी पार्टी लगातार इस बात को उठाती रही है कि यूपी की स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल खत्म कर दी गई हैं। जो लोग यह दावा करते थे कि नए-नए मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। उन्हीं लोगों ने सपा की सरकार में शुरू किये गये मेडिकल कॉलेजों को बरबाद कर दिया है। भाजपा सरकार ने एक भी जिला अस्पताल इस सरकार ने ऐसा नहीं बनाया जिसमें गरीब का इलाज हो सके और ऐसे समय पर जब इमरजेंसी हो तो किसी को इलाज मिलता ही नहीं है।”
हाथरस जिले के फुलरई गांव में गत मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु जुटे थे। सत्संग समापन के बाद बाबा की ‘चरण धूलि’ लेने के लिये बड़ी संख्या में लोगों के आगे बढ़ने के दौरान मची भगदड़ में 121 भक्तों की मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हुए है। इसपर मुख्यमंत्री द्वारा बुधवार को हाथरस में एक प्रेस कांफ्रेंस में भगदड़ कांड मामले में साजिश की आशंका जताई थी। साथ ही कहा था कि अगर साजिश थी तो इसमें किसका हाथ है…इन सभी पहलुओं को जानने के लिए हम न्यायिक जांच भी कराएंगे जो उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश की अध्यक्षता में की जाएगी।”