शिक्षक भर्ती सत्यापन में हुआ फर्जीवाड़ा, यूपी बोर्ड के पांच बाबुओं पर FIR

शिक्षक भर्ती

आरयू ब्यूरो, लखनऊ/प्रयागराज। राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) के पद पर भर्ती दिलवाने के नाम पर कई परीक्षार्थियों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के मूल रिकॉर्ड बदलने के मामले में यूपी बोर्ड के पांच बाबुओं के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक यूपी बोर्ड के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के उपसचिव अतुल कुमार सिंह ने सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह, सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी राजेश कुमार, प्रशासनिक अधिकारी आत्म प्रकाश त्रिपाठी, सेवानिवृत्त प्रधान सहायक प्रमोद कुमार और कनिष्ठ सहायक राकेश कुमार केसरवानी के खिलाफ एफआइआर कराई है।

इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा एक 1999 में हाईस्कूल पास (रोल नंबर 1037190) विनोद कुमार यादव का शिक्षक भर्ती में चयन होने के बाद बीएसए ने वर्ष 2016 की शुरुआत में क्षेत्रीय कार्यालय से सत्यापन रिपोर्ट मांगी थी। शुरुआत में दागी बाबुओं ने विनोद यादव को ये कहते हुए भगा दिया कि उसके दस्तावेज नकली है। विनोद ने अपर सचिव प्रमोद कुमार से शिकायत कर दी।उन्होंने रिकॉर्ड मंगवाकर देखा तो मूल टीआर के कागज और बदले हुए कागज में बहुत अंतर मिला।

शक होने पर मामले कर जांच कराई गई तो पता चला कि बीडी यादव महर्षि कृष्ण इंटर कॉलेज हंडिया, सार्वजनिक इंटर कॉलेज दसेर भूपतपुर, सर्वोदय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज लोकमनपुर, रामप्यारी देवी इंटर कॉलेज बेलावारी और सेठ गंगाराम जायसवाल इंटर कॉलेज के रिकॉर्ड और यूपी बोर्ड के रिकॉर्ड बदले गए हैं।

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जांच समिति की रिपोर्ट के अनुसार हाईस्कूल 1999 के तीन टीआर और इंटर 2001 के तीन टीआर में पांच स्कूलों के रिकॉर्ड बोर्ड के बाबुओं ने बदले थे। इसमें हाईस्कूल के 73 व इंटर के 76 छात्र के नंबर बदलकर उन्हें लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई। इनमें से 22 छात्र ऐसे हैं जिनका चयन फर्जी दस्तावेज के आधार एलटी ग्रेड भर्ती में हुआ था।

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