आरयू वेब टीम। हैदराबाद की ऐतिहासिक इमारत चारमीनार के पास स्थित गुलजार हाउस में रविवार भीषण आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, जबकि दस से अधिक लोग घायल हुए हैं। आग की खबर लगते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने युद्ध स्तर पर रेस्क्यू शुरू किया।
मिली जानकारी के मुताबिक गुलजार हाउस में मोती व्यापारी और उसके कर्मचारियों के परिवार के करीब 30 लोग मौजूद थे। मोती व्यापारी की दुकान मोदी पर्ल्स के ग्राउंड फ्लोर पर थी, जबकि उसका परिवार और कुछ कर्मचारियों के परिवार पहली मंजिल पर रहते थे। जिसमें आज भीषण आग लग गई। जिससे कुछ ही देर में पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं आग में फंसे लोगों की चीख-पुकार सुनकर भीड़ इकट्टठा हुई और फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
मौके पर पहुंचे तेलंगाना आपदा प्रतिक्रिया और अग्निशमन सेवा महानिदेशक, वाई नागी रेड्डी ने कहा, “कृष्णा पर्ल्स की दुकान और गुलजार हाउस क्षेत्र में आवासीय परिसर में आग लगने की घटना हुई। अग्निशमन विभाग को सुबह 6:16 बजे कॉल मिली और 6:17 बजे तक पर्याप्त कर्मचारियों के साथ 11 दमकल गाड़ियों को भेजा गया।
अग्निशमन विभाग ने लोगों को बचाने के लिए श्वास ऑपरेटर और ऑक्सीजन मास्क का इस्तेमाल किया। दमकलकर्मियों ने भीड़भाड़ वाली गली में फंसे कुछ लोगों को बचाया। परिसर में फैले घने धुएं के कारण कुछ लोग बेहोश हो गए, जबकि 17 लोगों की मौत हो गई। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इसका कारण शॉर्ट सर्किट था।”
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अग्निशमन विभाग के अनुसार संपत्ति का मूल्य अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, घटनास्थल पर मौजूद केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने दावा किया कि दुर्घटना शॉर्ट सर्किट के कारण हुई, जिससे आपातकालीन प्रतिक्रिया में कमी उजागर हुई।
वहीं मृतकों की पहचान प्रहलाद (70), मुन्नी (70), राजेंद्र (65), सुमित्रा (60), हमी (सात), अभिषेक (31), शीतल (35), प्रियंस (चार), इराज (दो), आरुषि (तीन), ऋषभ (चार), प्रथम (एक), अनुयान (तीन), वर्षा (35), पंकज (36), रज्जिनी (32), इद्दू (चार) के रूप में हुई है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।