आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। लगातार बढ़तें वाहनों की संख्या को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश में नवीन तकनीकी से सड़क बनाने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की कमेटी बनेगी। जिसके बाद बनने वाली सड़क पांच नहीं बल्कि 20 साल चलेंगी। साथ ही लोक निर्माण विभाग अब सात मीटर से कम चौड़ी सड़क नहीं बनाएगा।
आज यह जानकारी प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने लोक निर्माण विभाग में प्रेसवार्ता करते हुए मीडिया को दी। डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारा प्रयास है कि कम से कम दो लेन सड़क बने, इसके साथ ही ठेकेदारो की समस्याओं का निराकरण कराने के लिए कांफ्रेंस की जायेंगी। वहीं उन्होंने कहा कि सभी काम पूरी पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ होंगे। लोक निर्माण विभाग हर दिन नये कदम व नयी दिशा की ओर बढ़ रहा है।
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वहीं इससे पहले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यायल में आयोजित कांफ्रेंस में उप मुख्यमंत्री ने भाग लेकर मार्गों की बढ़ती आवश्यकता, लगातार बढ़ते यातायात के दबाव की समस्या का समाधान करने तथा नई तकनीक का प्रयोग कर कैसे लागत में कमी करते हुए सड़क निर्माण के समय कम करने व पर्यावरण की सुरक्षा ध्यान में रखकर सड़क निर्माण की नई तकनीक पर विशेषज्ञों के साथ विचार-मंथन किया।
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इस बारे में उप मुख्यमंत्री ने बताया कि विशेषज्ञों द्वारा मार्गों के निर्माण के लिए देश तथा विदेशों में अपनायी गई नई तकनीक पर चर्चा की गयी, जिसमें आधुनिकतम मशीनों के उपयोग से लागत में कमी लाए जानें, निर्माण का समय कम करने के साथ सड़कों के अनुरक्षण तथा मरम्मत में कैसे नई तकनीक एवं नई मशीनों का उपयोग किया जा सके इस पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ। कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत तमाम मंत्री, सांसद, विधायक एवं वरिष्ठ अधिकारी समेत अन्य लोग मौजूद रहें।
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