आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गंगा की बदहाल स्थिति को लेकर आज राष्ट्रीय लोकदल ने भाजपा की केंद्र सरकार के साथ ही योगी सरकार पर भी निशाना साधा है। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने कहा कि मोदी सरकार के करीब चार सालों के कार्यकाल में पूरे उत्तर प्रदेश में गंगा सफाई अभियान चलाने का दावा किया जा रहा है, जबकि सफाई का मतलब कूड़ें के साथ ही रेत को भी निकालना आवश्यक होता है, लेकिन गंगा पर अरबों रुपए खर्च करने का दावा करने वाले इस ओर ध्यान नहीं दे रहें हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यही वजह है कि वाराणसी में गंगा सर्दी में ही घाटों से दूर जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में खुद नरेंद्र मोदी ने काशी में कहा था कि उन्हें मां गंगा ने बुलाया है, लेकिन तलहटी से कूड़ा और रेत नहीं निकलवाने के चलते काशी में ही गंगा बदहाली को पहुंच गयी।
प्रदेश अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि मां गंगा के बेटे ने उनकी सुध लेने का प्रयास नहीं किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि औपचारिकतावश जिस प्रकार अपनी जन्म देने वाली मां से मिलने नरेंद्र मोदी जाते हैं उसी प्रकार मां गंगा का भी ध्यान रखा।
धर्म की राजनीत कर वास्तविक मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने में लगे योगी
वहीं योगी सरकार पर निशाना साधने के साथ ही रालोद को जल, जंगल और जमीन कहा हितैषी बताते हुए मसूद अहमद ने कहा कि यूपी में प्रदेश सरकार अभी तक इस सन्दर्भ में कोई ठोस योजना प्रस्तुत नहीं कर सकी है। तालाबों और खलिहानों पर दबंगों ने अवैध कब्जे कर रखे हैं जिससे छोटे और सीमांत किसान परेशान हैं, उनके पास सिचाई के साधनों का अभाव है। इसके बाद भी अधिकारी इस ओर सिर्फ इसलिए ध्यान नहीं दे रहें है कि खुद मुख्यमंत्री धर्म की राजनीत कर जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों से हटाने में लगे हैं।