भाजपा कार्यालयों का उद्धाटन कर बोले JP नड्डा, अराजकता का दूसरा नाम बन गया झारखंड

झारखंड
कार्यक्रम को संबोधित करते जेपी नड्डा।

आरयू वेब टीम। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को झारखंड में भाजपा के आठ जिला कार्यालयों का वीडियो कॉन्फ्रेंस से उद्घाटन किया। इस दौरान नड्डा ने प्रदेश में भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि प्रदेश में चल रहे ‘‘कुशासन’’ पर अंकुश लगाने के लिए जनता के बीच जाएं और एक सफल और अच्छी विपक्ष की भूमिका निभाएं।

नड्डा ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर भी जमकर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश आज ‘‘अराजकता’’ का दूसरा नाम बन गया है जहां नक्सली ‘‘दनदना’’ रहे हैं, भ्रष्टाचार और ट्रांसफर उद्योग बन गया है तथा शासकवर्ग ‘‘मस्त, मूकदर्शक व बेपरवाह’’ है।

भाजपा अध्‍यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘‘कहीं उग्रवाद, कहीं नक्सलियों का हमला, कहीं लोगों का अपहरण होना, कहीं दिनदहाड़े मारे जाना, कहीं लूट, कहीं डकैती, कहीं अपहरण। झारखंड में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। झारखंड अराजकता का दूसरा नाम बन गया है।’’ नड्डा ने कहा कि भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार के समय झारखंड में नक्सलवाद करीब समाप्त हो गया था और लोग आराम से घूम फिर सकते थे लेकिन उसका प्रकोप आज फिर से बहुत बढ़ गया है।

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जेपी नड्डा ने कहा, ‘‘आज नक्सलवाद, जो दिखाई नहीं देता था, उसका प्रकोप इतना बढ़ गया है कि जो झारखंड छोड़ कर के चले गए थे, वे आकर झारखंड में फिर से दनदना रहे हैं। वो मस्त हैं। यह तभी होता है जब शासन कमजोर होता है, जब शासक बेपवाह होता है। ये तभी होता है जब शासक को जनता की तकलीफ समझने की इच्छा नहीं होती।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘जिस तरीके से कोविड-19 के खिलाफ जंग में प्रदेश सरकार का प्रबंधन होना चाहिए था वह नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने जो राशन भेजा है वह भी जमीन पर नहीं पहुंचा है। प्रधानमंत्री इधर से राशन भेज रहे हैं, लेकिन वह राशन भी ठीक से नहीं पहुंच रहा है। उसमें भी घोटाले हो रहे हैं।’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यही फर्क पड़ता है ‘‘सुशासन’’ का और ‘‘कुशासन’’ का।

नड्डा ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे ऐसी सरकार को प्रजातांत्रिक तरीके से उखाड़ फेंके और सारे मुद्दों को जनता के बीच ले जाएं, उन्हें अवगत कराएं और उनके साथ मिलकर शासन पर अंकुश लगाएं। उन्होंने कहा, ‘‘एक विपक्ष के नेता और कार्यकर्ता के रूप में शासन को हमें जगाना भी चाहिए और उन्हें उनकी जिम्मेदारी के बारे में बताना भी चाहिए। हमें सफल और एक अच्छे विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।

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