आरयू वेब टीम।
दिल्ली में सीलिंग के मुद्दे को लेकर व्यापारियों की बढ़ती समस्या और नाराजगी को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। केजरीवाल ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर इस मामले सहयोग करने की मांग की। वहीं दूसरी ओर मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने व्यापारियों की समस्या को दूर करने की मांग की है।
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राहुल गांधी को लिख पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में छोटे-छोटे व्यापारियों की दुकानों को सील किया जा रहा है, जिसके कारण लाखों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। आपसे निवेदन है कि इस मुद्दे को जोर-शोर से संसद में उठाया जाए और केंद्र सरकार को इस पर बिल पारित करने के लिए बाध्य किया जाए। ये ऐसा मुद्दा है जिस पर हमें राजनीति से उपर उठकर समाधान निकालना चाहिए। इस विषय पर चर्चा करने के लिए मैं आप से मिलना चाहता हूं।
पीएम को लिखी ये बातें
मोदी को भेजी गई चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है, ‘दिल्ली में आज तक व्यापारियों की दुकानें सील की जा रही हैं। ये व्यापारी ईमानदारी से दुकान चलाते हैं और सरकार को टैक्स देते हैं। सीलिंग का कारण कानून में विसंगतियां हैं। इन विसंगतियों को दूर करने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। अब इसका एक ही समाधान है, तुरंत संसद में बिल लाकर इन विसंगतियों को दूर किया जाए और हजारों व्यापारियों को बेरोजगार होने से बचाया जाए।’ केजरीवाल ने पीएम से अब तक बंद की गई दुकानों को खुलवाने की मांग के साथ ही, उनसे मिलने का समय भी मांगा है।
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इतना ही नहीं केजरीवाल ने कहा कि अगर 31 मार्च तक सीलिंग नहीं रोकी गई या केंद्र सरकार अध्यादेश नहीं लेकर आई तो खुद भूख हड़ताल पर बैठ जाऊंगा।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2006 में अवैध निर्माण की सीलिंग करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद दुकानों या कमर्शियल प्रॉपर्टी को सीलिंग से बचाने के लिए सरकार ने कंवर्जन चार्ज का प्रावधान किया। कारोबारियों ने ये चार्ज अदा करने में भी लापरवाही दिखाई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी दुकानों या प्रॉपर्टी को सील करने का आदेश दिया और इसके लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया।