आरयू वेब टीम।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का उद्घाटन कर देशवासियों को बड़ी सौगात दी है। उद्घाटन के बाद मोदी ने खुली जीप में रोड शो के लिए निकले। इस मौके पर उनके साथ केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री के रोड शो में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। साथ ही निगरानी के लिए मल्टलेवल कैमरे लगाए गए हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पहला हिस्सा नौ किलोमीटर का है।
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इससे दिल्ली के निजामुद्दीन पुल से गाजियाबाद के यूपी गेट तक की नौ किलोमीटर की दूरी सिर्फ दस मिनट में तय की जा सकेगी। पहले इसके लिए आधे घंटे से ज्यादा समय लगता था। मेरठ हाइवे सौर ऊर्जा से लैस होगा। इस पर आठ सोलर प्लांट बनाए गए हैं, जिनमें करीब चार हजार किलोवॅाट बिजली पैदा होगी।
जानें क्या होगी हाइवे की खासियत
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर टोल की दरें बाकी हाईवे से ज्यादा रखी गई हैं। इसके बावजूद दिल्ली से होकर गुजरने वाले भारी वाहनों के लिए यह सस्ता पड़ेगा। एक्सप्रेस-वे पर ज्यादा टोल देकर भी वाहन कम समय में दूसरे राज्यों तक पहुंच जाएंगे। इससे ईंधन, समय और टैक्स तीनों की बचत होगी।
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वहीं एक्सप्रेस-वे पर टोल की दरें प्रति किलोमीटर की दर से वसूली जाएंगी। यानी जितना सफर करेंगे उतना ही टैक्स देना पड़ेगा। इतना ही नहीं ईपीई को हरित एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए मार्ग पर कुल 2,60,296 पेड़ लगाने की योजना है।
इनमें 187510 बड़े और 72,786 मध्यम साइज के पेड़ होंगे। इन पेड़ों के कारण इस मार्ग का सफर सुहाना होगा, आबोहवा भी बेहतर बनी रहेगी। साथ ही एक्सप्रेस-व ड्रिप तकनीक से सिंचाई की व्यवस्था की गई है। बिजली की बचत के लिए मार्ग को रोशन करने के लिए रास्ते में जगह जगह सौर पैनल लगाए गए हैं।