आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने मंगलवार को मोदी सरकार पर निशाना साधने के साथ ही कई सवाल उठाएं हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए वादों पर उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी जी ने बड़े-बड़े वादे किए थे।
उन्होंने कहा था कि देश में भाजपा सरकार बनने के 100 दिन के अंदर स्विस बैंक सहित अन्य विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस लाएंगे और भारतीयों के खाते में 15 लाख रुपये जमा होगें। उनका ये वादा भी झूठा निकला।
विदेशों से वापस आने के बजाए डेढ़ गुना बढ़ गया जमा धन
स्विस बैंकों के खाते का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी जी विदेशों से धन तो वापस आया नहीं बल्कि जमा धन डेढ़ गुना बढ़ गया। जबकि दुनिया के अन्य देश के किसी व्यक्ति के खाते में 30 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोत्तरी नहीं हुई है, लेकिन भारत के व्यक्ति के खाते में 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
जुमलेबाजी निकला मोदी का ये भी वादा
प्रमोद तिवारी ने हमला जारी रखते हुए कहा कि जब रुपये की कीमत 57-58 रुपये प्रति डॉलर हो गयी थी तो मोदी जी ने कहा था कि डालर के मुकाबले भारतीय रुपये की गिरावट तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की आयु पूरी करके ही रुकेगा, पर अब की स्थिति पर क्या कहेंगे। आज एक अमेरिकी डॉलर की कीमत भारत के 69 रुपए के बराबर हो गयी है जो रुपये की गिरावट का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। यही नहीं मोदी जी ने यह भी कहा था कि जब मेरी सरकार बनेगी तो हम आर्थिक सुधार के ऐसे कदम उठाएंगे कि एक अमेरिकी डॉलर 30 से 35 रुपये के बराबर होगा। मोदी का यह वायदा भी सिर्फ जुमलेबाजी ही साबित हुआ।
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वहीं कांग्रेस सरकार के दौर की बात करते हुए प्रमोदी तिवारी ने कहा है कि सच्चाई तो यह है कि एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की आयु तो नहीं पार कर पाया था मगर आज मोदी के राज में भारतीय रुपये में डालर के मुकाबले इतनी गिरावट आयी है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र को जरूर पार कर गया है।