आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनाव से पूर्व जनता से किए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादों की याद दिलाते हुए नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि भाजपा के चहेते भारतीय पूंजीपतियों के स्विस बैंक में जमा धन में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, तो क्या इसका श्रेय मोदी और भाजपा एण्ड कम्पनी लेना पसंद नहीं करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि वैसे देश हित का मूल प्रश्न यह है कि भारत में कमाया गया धन विदेशी बैंकों में क्यों जमा है? क्या मोदी सरकार यह अपराध स्वीकार करने को तैयार है कि विदेशी बैकों में जमा देश का कालाधन वापस लाकर उसे देश के प्रत्येक गरीब परिवार के हर सदस्य को 15 से 20 लाख रुपये देने के उसके चुनावी वायदे पूरी तरह से छलावा साबित हुए हैं।
रविवार को अपने एक बयान में मायावती ने ये भी कहा कि भारतीय रुपये का लगातार अवमूल्यन क्यों हो रहा है तथा भारतीय पासपोर्ट की अहमियत खासकर अमेरिका में लगातार क्यों कम होती जा रही है, सरकार को इस बात का भी जवाब जनता को जरुर देना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ‘‘अमेरिका फर्स्ट‘‘ की नीति अपनाए जाने के कारण वहां भारतीय मूल के लोगों का शोषण तथा गिरफ्तारी जैसी घटनाएं शुरु हो गयी हैं। इन घटनाक्रमों पर केंद्र सरकार की खामोशी उसकी विफलता और कमजोरी को ही साबित करती है। उन्होंने मांग की कि मोदी सरकार अमेरिका में भारतीय पासपोर्ट धारकों के हित तथा सुरक्षा की गारेंटी लेकर इस सम्बन्ध में तत्काल कदम उठाए।
यह भी पढ़ें- मायावती ने कहा, चुनाव करीब है तो प्रधानमंत्री को याद आ रहें संत कबीर
मायावती ने आने वाले चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि देश की गरीब और मेहनतकश आम जनता आने वाले सभी चुनावों में मोदी सरकार और आरएसएस से भी इस सवाल का जवाब जरूर चाहेगी कि भाजपा सरकार की नीतियों से अमीर लोग और ज्यादा धनवान तथा गरीब और ज्यादा गरीब क्यों होते जा रहे हैं। वहीं स्विस नेशनल बैंक के ताजा आंकड़ों का जिक्र करते हुए बसपा मुखिया ने कहा कि कालाधन पर अंकुश लगाने के मोदी सरकार के दावों की पोल खुल गई है।
अपने बयान में मायावती ने कहा कि सवाल यह है कि भारतीय धन्नासेठों के धन में इतनी वृद्धि कैसे हुई है और इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार की नीयत, उनकी नीति तथा बड़े-बड़े दावों का क्या हुआ? क्या इसीलिए भाजपा की केन्द्र तथा राज्य सरकारें निजी क्षेत्र को अंधाधुंध बढ़ावा दे रही हैं, जहां दलितों और पिछड़ों की हमेशा से उपेक्षा होती आयी है।
विपक्षी एकजुटता जनहित का बड़ा काम
बसपा प्रमुख ने विपक्षी दलों की एकजुटता पर प्रधानमंत्री मोदी के सवालिया निशान लगाये जाने के बारे में कहा कि घोर जातिवादी, जनविरोधी और अहंकारी भाजपा सरकारों के खिलाफ विपक्षी पार्टियों का एकजुट होना जनहित का बड़़ा काम है। इससे भाजपा का परेशान होना लाजमी है।
मंदसौर घटना को गंभीरता से न लेने वाले सांसद-विधायक पर भाजपा करे कार्रवाई
मायावती ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में सात साल की बच्ची के साथ हुये सामूहिक बलात्कार की घटना को ‘‘अति-निन्दनीय और शर्मनाक’’ बताते हुए कहा कि दोषियों के विरूद्ध वहां की भाजपा सरकार को समय से कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही, भाजपा को अपने उस सांसद और विधायक के खिलाफ कार्रवाई भी करनी चाहिए, जिन्होंने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया और इसकी आड़ में अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने की घिनौनी हरकत की।
यह भी पढ़ें- मायावती ने प्राइवेट सेक्टर में की आरक्षण की मांग, मोदी-योगी सरकार पर हमला भी बोला