आरयू संवाददाता,
इलाहाबाद। कानून-व्यवस्था को लेकर एक ओर जहां विरोधी दल योगी सरकार को निशाने पर लिए हैं। वहीं इलाहाबाद की पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से फेल होती नजर आ रही है। तीन दिन पहले दिनदहाड़े रिटॉयर्ड दरोगा की गयी हत्या के बाद बीती रात बदमाशों ने सोरांव इलाके में एक ही परिवार के चार सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी।
धारदार हथियार से अंजाम दिए गए इस हत्याकांड में एक मासूम की भी जान ली गयी है। शुक्रवार की सुबह एक ही घर में पति-पत्नी समेत चार लोगों की खून से सनी लाश देख संगमनगरी के लोगों में दहशत फैल गयी। मृतकों के गले, सिर, चेहरे समेत शरीर के अन्य हिस्सों पर भी धारदार हथियार से चोट के निशान थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घंटों की छानबीन के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
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घर में सामान बिखरा देख लोग लूट के लिए हत्या किए जाने की आशंका जता रहे थे, हालांकि जिस बेरहमी से हत्या की गयी है, उसको देखते हुए पुलिस रंजिश और संपत्त्ति के विवाद को भी ध्यान में रखक जांच आगे बढ़ा रही।
बताया जा रहा है कि बिगहियां गांव में स्व. विमलेश चंद्र पांडेय की पत्नी कमलेश देवी के साथ उनकी बेटी, दामाद व उनके बच्चे भी रह रहे थे। बीती रात किसी समय घर में घुसे हत्यारों ने कमलेश देवी (52), उनकी बेटी किरण उर्फ रिंकी (32), दामाद प्रताप नारायण (35) और रिंकी के बेटे विराट (06) की हत्या कर दी। आज तड़के दो माह की बच्ची के काफी देर तक रोने की आवाज सुन पड़ोस के लोग घर में दाखिल हुए तो उनकी चीख निकल गयी। अंदर कमलेश देवी, किरण, प्रताप नारायण के अलावा विराट की खून से सनी हुई लाश पड़ी थी। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर सैंकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गयी।
वहीं चौहरे हत्याकांड की सूचना मिलने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। कुछ ही देर में क्षेत्रिय पुलिस के अलावा एडीजी जोन एसएन सांबत, आइजी रेंज मोहित अग्रवाल, एसएसपी नितिन तिवारी, क्राइम ब्रांच की टीम समेत पुलिस के अन्य अधिकारी, डॉग स्क्वॉएड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम भी मौके पर पहुंचकर छानबीन की।
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एसएसपी नितिन तिवारी ने मीडिया को बताया कि मामला रंजिश से जुड़ा लग रहा है, हालांकि सामान बिखरा है, इसलिए लूट की बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। क्राइम ब्रांच समेत तीन टीमों को खुलासे के लिए लगाया गया है।