आरयू संवाददाता,
इलाहाबाद। संगम नगरी में आज बदमाशों ने प्रदेश की पुलिस को खुली चुनौती देते हुए एक वकील की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। खास बात ये रही कि कचहरी जा रहे वकील की जहां हत्या की गयी। वहीं से कुछ ही देर पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह निरीक्षण करते हुए गुजरे थे।
मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव भी थे शहर में मौजूद
इसके अलावा कानून-व्यवस्था व कुंभ की तैयारियों के जायजे के लिए मुख्य सचिव राजीव कुमार और प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार भी इलाहाबाद मे मौजूद थे। हत्या के बाद बेकाबू हुए वकील के साथियों ने शव सड़क पर रखकर उग्र प्रदर्शन करने के साथ ही एक बस समेत अन्य वाहनों को भी फूंक दिया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही हत्यारों की तलाश में लग गयी है।
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20 लाख रुपए देगी योगी सरकार
वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर कार्रवाई कर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के आदेश देने के साथ ही वकील के परिवार को 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
अखिलेश ने भी साधा निशाना
दूसरी ओर इस मुद्दे को लेकर इलाहाबाद के बाद राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में वकीलों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस सनसनीखेज हत्याकांड को लेकर योगी सरकार को घेरने में कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने बयान जारी करने के साथ ही सोशल मीडिया के जरिए भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं हैं।
इलाहाबाद में एक वक़ील की सरेआम हत्या, प्रदेश में ध्वस्त क़ानून व्यवस्था का सबूत है. इस सरकार ने प्रदेश को रक़्तरंजित कर दिया है. प्रदेश की जनता भय के माहौल में घुटन महसूस कर रही है और इस सरकार से मुक्ति के लिए छटपटा रही है. सरकार अपराधियों के हाथ का खिलौना बन गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 10, 2018
ये था मामला
बताया जा रहा है कि इलाहाबाद जनपद न्यायालय के अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव (45) आज पूर्वान्ह करीब 11 बजे कचहरी जा रहे थे। इसी दौरान बाइकसवार बदमाशों ने कर्नलगंज थाना क्षेत्र मनमोहन पार्क के पास बीच सड़क उनकी कनपटी पर गोली मारकर हत्या कर दी। सड़क पर गोली चलने के साथ ही लाश गिरती देख इलाके में दहशत फैल गयी।
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वहीं कुछ ही देर में न्यायालय में मौजूद अधिवक्ताओं को इसकी जानकारी लगी तो वह आक्रोशित हो गए। मौके पर पहुंचे वकीलों ने शव को सड़क पर रखकर पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना पाकर पुलिस के तमाम अधिकारियों कई थानों की फोर्स के अलावा आरएएफ के जवानों ने भी मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला।