आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गोमतीनगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मरीजों के बेहतर इलाज के लिए मंगलवार को पांच हाईटेक मशीनों की शुरूआत हुई। चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने आज पेट की सीटी स्कैन मशीन सहित नवीन लीनियर एक्सीलरेटर मशीन, डीएसए लैब, मेमोग्राफी मशीन एवं हाईपर बेरिक थेरेपी यूनिट चिकित्सा संयंत्रों का लोकार्पण किया।
यह भी पढ़ें- चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने दी राजधानी वासियों को PGI के ट्रॉमा सेंटर की सौगात
संस्थान को पांच आधुनिक मशीनों का तोहफा देने के बाद कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज का दिन लोहिया संस्थान के लिए महत्वपूर्ण है। तीन-चार सालों में इस संस्थान ने जितनी तरक्की की है वह प्रशंसा के लायक है। एसजीपीजीआइ से लोहिया संस्थान की तुलना करते हुए आशुतोष टंडन ने कहा कि यूपी की जनता का जो भरोसा पहले एसजीपीजीआइ पर था, उतना ही विश्वास अब लोहिया संस्थान पर भी वो करने लगे हैं।
मरीजों को बेहतर इलाज व सुविधा की बात कैबिनेट मंत्री इस दौरान बोले कि लोहिया संस्थान में किसी भी संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी, सरकार का प्रयास है कि मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधाएं मिले। साथ ही उनके साथ उचित व्यवहार भी किया जाय, जिससे कि मरीजों को इलाज कराने में आसानी हो।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 100 मेडिकल कालेज पूरे देश में बन रहे हैं, जिनमें से 13 मेडिकल कालेजों का निर्माण उत्तर प्रदेश में हो रहा है। इससे प्रदेश के मरीजों को बेहतर इलाज व सुविधाएं मिल सकेगी। साथ ही प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कैंसर संस्थान बन रहा है, जिससे मरीजों को इलाज के लिए प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
विलय से बढ़ेगी संस्थान की ब्रांड वैल्यू: रजनीश दुबे
वहीं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे ने कहा कि डा. राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय का लोहिया संस्थान में विलय की प्रक्रिया शीघ्र ही पूर्ण कर ली जाएगी, इससे यहां की ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी। यहां आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
इस अवसर पर डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. दीपक मालवीय, डीन प्रो. मुकुल मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें- चर्चित KGMU के डाक्टरों को योगी की नसीहत, मरीजों से करें अच्छा व्यवहार