आरयू वेब टीम।
पंजाब के अमृतसर में रविवार को एक धार्मिक सभा के दौरान ग्रेनेड हमले में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 19 लोग घायल हुए हैं। मौके पर पहुंचे आइजी बॉर्डर सुरिंदर पाल सिंह ने इसकी पुष्टि की है। वहीं घायलों में चार की हालत चिंताजनक बतायी जा रही है।
बता दें कि हमले के समय राजासांसी क्षेत्र के आदिवाल गांव में स्थित निरंकारी भवन में सत्संग चल रहा था। तभी तीन युवक बाइक से वहां पहुंचे और मंच के पास बम से हमला कर दिया। जिसके बाद मौके पर चीख-पुकार और भगदड़ मच गयी। घटनास्थल पर जुटे लोगों ने पुलिस की सहायता से घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है।
वहीं मौके पर पहुंची फॉरेंसिक विभाग की टीम ने सबूत जुटाएं हैं। दूसरी ओर घटना के बाद हमलावरों को पकड़ने के लिए अमृतसर से बॉर्डर की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया गया है। साथ ही हरियाणा और दिल्ली में भी अलर्ट जारी किया गया है। वहीं दिल्ली के निरंकारी आश्रम की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
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जहां आज हमला हुआ है वहां हर रविवार को प्रवचन सभा का अयोजन होता था। ऐसे में समझा जा रहा है कि हमलावरों की इस बात की सूचना थी और उन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ हमला बोल दिया। हमले को आतंकी हमला के रूप में देखा जा रहा है, हालांकि अभी ये साफ नहीं हो सका है कि हमला किस प्रकार का था। वहीं पुलिस को ये भी शक है कि इसमें विदेशी कट्टरपंथियों का हाथ हो सकता है।
वहीं अपरान्ह हुए इस हमले के बाद शाम को डीजीपी ने इसे आतंकी हमला मान लिया है। मीडिया से बात करते हुए पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा कि हम इसे आतंकी हमला मान रहे हैं। इसकी हर एंगल से जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि एक खुफिया सूचना में दावा किया गया था कि जैश-ए-मोहम्मद के छह से सात आतंकवादियों का एक समूह राज्य में, खासतौर से फिरोजपुर में मौजूद है। इस सूचना के बाद से पंजाब हाई अलर्ट पर था, लेकिन इस बीच हुए इस हमले में हाई अलर्ट पर भी सवाल उठा दिए हैं।
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