आरयू ब्यूरो
नई दिल्ली। लंबे समय से विजय माल्या को लेकर तमाम तरह के आरोप झेल रही भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी माहौल के बीच आज सनसनीखेज खुलासा किया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी सरकार के दौरान किंगफिशर के मालिक विजय माल्या को कर्ज दिलाने में सहायता की थी। एक पत्र के हवाले से प्रवक्ता ने कहा कि 2011 व 2013 में मनमोहन सिंह के साथ ही पी चिदंबरम को भी विजय माल्या ने खत लिखा था।
भाजपा नेता ने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार में सितंबर 2004 में विजय माल्या को पहला कर्ज दिया गया था। सवाल उठाया कि एक डूबते जहाज (कांग्रेस) ने एक डूबते एयरलाइंस (किंगफिशर) की मदद की थी। 2004 के बाद 2008 में भी विजय माल्या को कर्ज दिया गया, जबकि उनकी कंपनियां एनपीए घोषित की जा चुकी थीं।
उन्होंने मीडिया को आगे बताया कि 2010 में उनके कर्ज की रिस्ट्रक्चरिंग भी की गयी। भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि एक ऐसी कंपनी जो परफॉर्म नहीं कर रही थी, उसके लिए ऐसा कैसे किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है एक मीडिया समूह ने भी अपनी खबर में खुलासा किया था कि मनमोहन सिंह ने विजय माल्या को घाटे से उबारने में मदद की थी। खबर के मुताबिक साल 2010 से लेकर 2013 के बीच विजय माल्या ने कई इमेल मनमोहन सिंह को किये, जिसके बाद वित्त मंत्रालय द्वारा उनकी मदद की गयी।
इस खबर में यह भी कहा गया था कि पी चिदंबरम के नेतृत्व वाले वित्त मंत्रालय ने नियम-कानून को किनारे रखकर माल्या की सहायता की।