सब्‍जबाग दिखाने वाले योगी सरकार के बजट में बेरोजगार, शिक्षामित्र व किसानों के लिए नहीं है कुछ: राजबब्‍बर

सब्‍जबाग

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। योगी सरकार अपने 2019-2020 के बजट को भले ही जनहित का बता रही है, लेकिन विपक्षी दलों का बजट को लेकर लगातार उसपर हमला जारी है। मायावती और अखिलेश यादव के बाद अब कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष राजबब्‍बर ने बजट को पूरी तरीके से निराशाजनक बताया है।

यह भी पढ़ें- योगी सरकार के बजट पर मायावती का तंज, केवल संगम स्नान से नहीं धुल सकते सरकारों के पाप

उन्‍होंने कहा है कि बजट में की गयी घोषणाएं न तो नए रोजगार के क्षेत्र पैदा करने की संभावना जता रही है और न ही लागत बढ़ाने और भुगतान न होने से त्रस्त हमारे प्रदेश के किसानों के लिए कोई आशा की किरण है। प्रदेश अध्‍यक्ष ने आज अपने एक बयान में कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के लिए महज दस करोड़ रूपये की व्यवस्था करना प्रदेश के बेरोजगार युवाओं का मजाक उड़ाने जैसा है।

यह भी पढ़ें- अखिलेश ने कहा जनता को धोखा देने वाला है योगी सरकार का बजट, इसमें विजन है, न विकास

इस दौरान राजबब्‍बर ने प्रदेश के पिछले बजट की बात करते हुए कहा कि पिछले (2018-19) के बजट में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने तीन साल में 20 लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार देने की घोषणा की थी, वहीं चुनाव के समय घोषणा-पत्र में भाजपा ने पांच साल में 70 लाख रोजगार अर्थात 14 लाख हर साल और पिछले साल हुई इन्वेस्टर्स समिट में सीएम योगी ने दस लाख रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन इन बातों और वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ये साफ होता है कि योगी सरकार नौजवानों के लिए बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।

यह भी पढ़ें- समिट में अंबानी ने कहा तीन साल में यूपी में करेंगे 10 हजार करोड़ का निवेश, अन्‍य उद्योगपतियों की जानें घोषणाएं

प्रदेश अध्‍यक्ष ने आगे कहा कि सबसे अहम किसी समाज के लिए अहम बुनियादी आवश्यकता शिक्षा होती है, लेकिन सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा भी कहीं दिखाई नहीं पड़ रही है, क्योंकि सरकार ने जो बजट आवंटन किया है वह पिछले बजट के मुकाबले कम है।

यह भी पढ़ें- योगी सरकार के खिलाफ फूटा गुस्‍सा तो तिरंगा लेकर राजधानी में उमड़ पड़ा शिक्षामित्रों का सैलाब, एक ही मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी

बजट के अन्‍य बिन्‍दुओं पर भी अपनी बात रखते हुए राजबब्‍बर ने कहा कि यह पूरा बजट सब्जबाग तो दिखाता है, पर धरातल पर इसमें समाज के बेरोजगार, युवा, किसान, शिक्षामित्र व आंगनबाड़ी समेत अन्‍य वर्ग के लिए कुछ नहीं है।