आरयू ब्यूरो
लखनऊ। इटौंजा इलाके में आज सुबह हत्या के बाद बिल्डिंग मैटेरियल के 40 वर्षीय दुकानदार की लाश अर्द्ध निर्मित मकान में लटकती हुई मिली। मृतक का हाथ पीछे हाथ बंधा हुआ था, जबकि पैर जमीन पर था। व्यापारी कल शाम से लापता था। जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार नेवादा मजरा गांव निवासी रामबाबू यादव गांव में ही अपने भाई पप्पू के साथ मोरंग, सीमेंट व लोहे की सरिया समेत अन्य सामानों की दुकान चलाते थे। कल दुकान से लौटने के लिए निकले रामबाबू रात तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका। ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार की शाम पांच बजे उन्हें आखिरी बार गांव में देखा गया था।
आज सुबह रामबाबू का भतीजा अंकित उन्हें ढ़ूढते हुए घर से थोड़ी ही दूरी पर स्थित रेलवे की अर्द्ध निर्मित कालोनी में पहुंचा। लावारिस पड़ी कालोनी के एक किचन की खिड़की से नारियल की रास्सी के सहारे रामबाबू की लाश लटकती देख उसके होश उड़ गए।
मृतक का दोनों हाथ जूते के फीते से बंधा था, जबकि पैर जमीन पर था। घटनास्थल के पास ही शराब और पानी की बोतल पड़ी हुई थी। ग्रामीण आशंका जता रहे थे रामबाबू के जानने वालों ने ही शराब पिलाने के बाद गला कसकर उसकी हत्या की होगी।
सूचना पाकर मौके पर टीम के साथ पहुंचे एसपीआरए प्रताप गोपेन्द्र ने छानबीन के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने मौके पर मिली शराब और पानी की बोतल को कब्जे में ले लिया है।
एसपीआरए के अनुसार मृतक के भाई पप्पू की तहरीर पर हत्या से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। रामबाबू का सीतापुर स्थित एक जमीन को लेकर रिश्तेदारों से मुकदमा भी चल रहा था। दूसरी ओर घटना से रामबाबू की पत्नी रामदेवी समेत दो पुत्र व पुत्री का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक पांच भाइयों में सबसे बड़ा था।