आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सूबे की राजधानी की पॉश कालोनी में शुमार गोमतीनगर के पत्रकारपुरम इलाके में सोमवार को एक रेस्टूरेंट में आग लगने के चलते अफरा-तफरी मच गयी। एलडीए की शह पर तीन मंजिला मकान में अवैध रूप से चल रहे रेस्टूरेंट की चिमनी से आग की लपटे और रेस्टूरेंट से धुंआ निकलता देख मकान के अन्य तलों पर मौजूद लोग भाग खड़े हुए। इसी बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोमतीनगर फायर स्टेशन की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।
बताया जा रहा है कि पत्रकारपुरम चौराहे के समीप विवेक खंड के आवासीय प्लॉट संख्या 4/293 पर बने मकान का लगभग चार साल पहले प्रथम तल किराए पर लेकर इंदिरानगर निवासी अरुण गावरी ने स्पाइस केव्स नामक रेस्टूरेंट खोला है। आज पूर्वान्ह करीब 11 बजे कर्मचारी व कुछ ग्राहक रेस्टूरेंट में बैठे थे, तभी शॉर्टसर्किट से आग लगने के चलते किचन की चिमनी के नीचे से तेजी से धुंआ निकलने लगा। लोग कुछ समय पाते उससे पहले ही चिमनी के ऊपरी हिस्से से आग की तेज लपटें निकलने लगी। देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग में धुंआ भर गया। जिसके बाद दम घुटने की शिकायत पर रेस्टूरेंट में मौजूद लोगों के अलावा मकान के दूसरे तल पर चल रही कोचिंग में मौजूद लोग भी जान बचाने के लिए बाहर निकल भागे। इस बीच सूचना पाकर मौके पर दो गाड़ियों के साथ पहुंचे एफएसओ गोमतीनगर ने मातहतों की सहायता से करीब घंटें भर में आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक आग से किचन का सामान, एसी व अन्य कई कीमती सामान नष्ट हो चुका था।
…तो हो जाता बड़ा हादसा
रेस्टूरेंट में जिस समय आग लगी उस समय मकान की छत और किचन में करीब दर्जन भर गैस के कमर्शियल सिलिंडर रखे थे। मकान की छत पर लगी चिमनी आग उगल रही थी, जबकि उससे कुछ ही दूरी पर गैस के सिलिंडर व जनरेटर रखे थे। फॉयर ब्रिगेड ने अगर समय रहते आग को सिलिंडर व जनरेटर तक पहुंचने से रोकने में सफलता नहीं पाई होती तो मंजर काफी भयावाह हो सकता था।
आग लगने के बाद एलडीए को याद आई कार्रवाई
वहीं विवेक खण्ड के इस तीन मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर पर अवैध रूप से कार्यालय, प्रथम तल पर रेस्टूरेंट और दूसरे तल पर सालों से कोचिंग चलने के बाद एलडीए द्वारा अब तक मकान को सील करना तो दूर एक नोटिस भी नहीं भेजी गयी थी। आग लगने के बाद अधिकारियों के निर्देश पर इंजीनियरों ने रेस्टूरेंट और लालबाग स्थित अपने कार्यालय पहुंचकर पड़ताल की तो ये बात सामने आई है। अब नए सिरे से मकान पर कार्रवाई के लिए एलडीए तैयारी कर रहा है।
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वीसी ने लगा दी इंजीनियर-कर्मचारियों की फौज, लेकिन…
दूसरी ओर लंबें समय से मकान में अवैध रूप से चल रही व्यावसायिक गतिविधियों के बाद भी आग लगने से पहले तक एलडीए के इंजीनियर और अधिकारियों द्वारा उस पर कोई कार्रवाई नहीं करने की बात ने उनकी ईमानदारी और काम के प्रति जिम्मेदारी की पोल खोल दी है। ये हालात तब सामने आएं हैं जब एलडीए उपाध्यक्ष ने गोमतीनगर के घरों में चल रही आवासीय में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए जोन एक के प्रभारी अधिशासी अभियंता समेत अन्य दर्जनों इंजीनियर-कर्मचारियों की टीम लगा रखी है।
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सात बेकसूरों की मौत के बाद भी नहीं सुधरा एलडीए
फॉयर ब्रिगेड की तेजी के चलते भले ही आज आग से कोई जनहानि नहीं हुई हो, लेकिन रेस्टूरेंट में आग लगने की घटना ने एक बार फिर चारबाग के दो अवैध होटलों में आग लगने की वजह से सात बेकसूरों की जान लेने वाले हादसे की याद जरूर ताजा कर दी है। पिछले साल हुए इस दर्दनाक हादसे में मासूम सहित छह लोगों की जिंदा जलने से मौके पर ही जान चली गयी थी, जबकि होटलों में ठहरे आधा दर्जन लोग बुरी तरह से झुलस गए थे, जिनमें से भी एक अन्य की बाद में मौत हो गयी थी। वहीं हादसे के बाद एलडीए के अधिकारियों ने घरों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के बड़े-बड़े दावें कर मीडिया में खूब सुर्खिंयां बटोरीं थीं, लेकिन भ्रष्टाचार और लापरवाही के लिए आए दिन चर्चा में रहने वाला एलडीए ने अपनी कार्यशैली नहीं बदली है, ये बात एक बार फिर आज साबित हो गयी है।
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एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह ने आज की घटना के बाद कहा है कि मामले की जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं लखनऊ के मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि आग पर समय रहते काबू कर लिया गया नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। प्रथम दृष्टतया आग लगने की वजह शॉर्टसर्किट लग रही है। घटना की जांच करने के साथ ही इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि घर में रेस्टूरेंट किस आधार पर चल रहा था। इसके लिए रेस्टूरेंट मालिक को नोटिस भी भेजी जा रही है।