वीसी के निरीक्षण में LDA ऑफिस के कमरों पर मिला इंजीनियर-बाबूओं का अवैध ताला, रिकॉर्ड रुम में फाइलों की बदहाली देख भी उपाध्‍यक्ष नाराज

एलडीए रिकॉर्ड रूम
तहसीलदार से फाइलों के बारे में जानकारी लेते वीसी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के लालबाग कार्यालय के कमरों पर अवैध ढ़ग से ताला लगाकर इंजीनियर व बाबूओं ने अवैध कब्‍जा कर रखा था। मंगलवार को एलडीए उपाध्‍यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी के औचक निरीक्षण में यह मनमानी सामने आयी है। वीसी ने कमरों से ताला खुलवाने के साथ ही वहां बनें रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण किया तो फाइलों की बदहाली व आसपास गंदगी देख एक बार फिर से उनका पारा हाई हो गया। उपाध्‍यक्ष ने मातहतों को फटकार लगाने के साथ ही एक साप्‍ताह में ही पूरीी व्‍यवस्‍था को सही करने की चेतावनी दी है।

पूर्व में एलडीए के लालबाग कार्यालय में हो रही तरह-तरह की गड़बड़ी किए जाने की शिकायत मिलने पर आज उपाध्‍यक्ष ने कार्यालय का निरीक्षण का मन बनाया। जिसके बाद दोपहर में एकाएक उपाध्‍यक्ष लालबाग कार्यालय जा धमके। अचानक वीसी को वहां देख अफसर-कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। कुछ विहित प्राधिकारियों की कोर्ट में लंबित पड़ी संदिग्‍ध फाइलों को पेशकार व बाबू तेजी से हटाने लगा। इस दौरान करीब आधा दर्जन कमरों पर ताला लटका देख वीसी ने जानकारी की तो पता चला कि कुछ निलंबित व रिटायर बाबू और पूर्व में प्रवर्तन में तैनात रहे अवर अभियंता ने कमरे पर अवैध तरीके से कब्‍जा कर रखा।

प्रवर्तन व रिकॉर्ड अनुभाग के काम आएंगे कमरे

इस पर उपाध्यक्ष ने काम में लापरवही बरतने वाले अनुरक्षण के जेई एसके दीक्षित को फटकार लगाते हुए अवैध तालों को खुलवाया। साथ ही निर्देश दिया कि अवैध कब्‍जे से खाली हुए इन कमरों को प्रवर्तन व रिकॉर्ड अनुभाग के कामों के लिए इस्‍तेमाल किया जाए।

रिकॉर्ड रूम में कर्मियों की पर्याप्‍त तैनाती, फाइलों की कराएं नंम्‍बरिंग

इससे पहले इंद्रमणि त्रिपाठी ने लालबाग कार्यालय में बनें एलडीए के रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण किया। यहां भी फाइलों के रख-रखाव व सफाई व्यवस्था सही न मिलने पर उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताई की। इस दौरान वहां मौजूद अफसर-कर्मियों को निर्देश देते हुए वीसी ने कहा कि रिकॉर्ड रूम में पर्याप्त स्टाफ की तैनाती करने के साथ ही फाइलों की नम्बरिंग कर उन्‍हें सलीके से रखा जाए।

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इसके बाद उपाध्यक्ष ने जोन चार व जोन पांच विहित प्राधिकारी कोर्ट तथा पेशकार कार्यालय का निरीक्षण किया, जिसमें उनके द्वारा पेशकारों से फाइलों के बारे में जानकारी लेने के साथ ही किसी भी हाल में फाइलों को नहीं लटकाने की चेतावनी दी। उपाध्यक्ष ने हिदायत दी कि सभी कार्यालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए, इसके लिए उन्होंने अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए उन्हें एक हफ्ते में स्थिति सुधारने का अल्टीमेटम दिया है।

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फाइलों को मुक्‍त कराने राईटर के स्‍टोर रूम भी पहुंचे उपाध्‍यक्ष

वहीं आज एलडीए की अधिकतर फाइलें राईटर कंपनी के कब्‍जे में होने की जानकारी पर वीसी गंभीरता दिखाते हुए खुद ही राईटर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित फाइल स्‍टोर सेंटर पहुंचे। जहां उपाध्‍यक्ष ने प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों से भी एलडीए की फाइलों के बारे में पड़ताल की। जिसमें कर्मचारियों ने बताया कि अब तक उनके द्वारा एक लाख 22 हजार फाइलों को स्कैन करके रिकॉर्ड तैयार किया गया है। इस पर उपाध्यक्ष ने उनसे पूरा रिकॉर्ड लेकर बुधवार को उनके सामने आने का निर्देश दिया।

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बताते चलें कि काफी पहले ही “राजधानी अपडेट” ने इस बात का खुलासा किया था कि किस तरह से अफसरों ने फाइलों को ले जाने के बिना किसी अनुबंध के ही राईटर को अपनी एक लाख से अधिक फाइलें सौंप दी है। संभवता: एलडीए के इतिहास की इस सबसे बड़ी गड़बड़ी के खुलासे के बाद तत्‍कालीन एलडीए सचिव एमपी सिंह ने करोड़ रुपए खर्च करा एलडीए के गोमतीनगर व लालबाग कार्यालय में रिकॉर्ड रूम को नए सिरे से बनवाने के साथ ही राईटर से फाइलें मंगवाना शुरू भी किया था, लेकिन बाद में इस मामले को ठंड बस्‍ते में डाल दिया गया और सालों बीतने के बाद भी आज तक बड़ी संख्‍या में फाइलें राईटर के ही कब्‍जे में पड़ी है। एलडीए की बेशकीमती व बेहद महत्‍वपूर्ण फाइलों के प्रति आज इंद्रमणि त्रिपाठी के गंभीरता दिखाने के बाद एक बार फिर उम्‍मीद जागी है कि एलडीए की फाइलें अपने वास्‍तविक रिकॉर्ड रुम तक पहुंच जाएंगी।

आज वीसी के निरीक्षण के दौरान नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी व तहसीलदार विवेक शुक्ला समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहें।

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