आरयू वेब टीम। पुलवामा में हुए फिदायिन हमले को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। सीआरपीएफ की आतंरिक रिपोर्ट के मुताबिक यह हमला खुफिया एजेंसियों की विफलता थी, लेकिन इस मामले पर जो रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी गई थी वह सीआरपीएफ की आतंरिक रिपोर्ट से बिल्कुल विपरीत है।
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वहीं गृह मंत्रालय के मुताबिक पुलवामा आतंकी हमला खुफिया एजेंसी की विफलता नहीं थी। अब जो रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक आइईडी ब्लॉस्ट को लेकर एक चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन कार से आत्मघाती हमले को लेकर कोई खास खतरा नहीं बताया गया था।
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साथ ही रिपोर्ट मे यह भी कहा गया है कि घाटी में खुफिया एजेंसियों ने इस तरह की कोई भी जानकारी साझा नहीं की थी। इस हमले के बाद खुफिया एजेंसियों की विफलता पर सवाल खड़े होने लगे थे, लेकिन गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर इस तरह के आरोपों को सिरे से नकार दिया था।
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मालूम हो कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि पहले दिन हमले में शहीद होने वाले जवानों की संख्या 42 बताई जा रही थी, लेकिन हमले के अगले दिन 40 जवानों के ही शहीद होने की पुष्टि की गयी थी। इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।