आरयू संवादादाता, पीजीआइ। पीजीआइ कोतवाली में रविवार की देर रात एक शर्मनाक घटना हो गयी। यहां मुकदमा लिखने के लिए वकील पक्ष द्वारा अपने क्लाइंट की ओर से दी गयी तहरीर बदलने की बात पर जमकर हंगामा हुआ। हंगामा कर रहे वकीलों को पुलिसकर्मियों ने पीट दिया। जिसके बाद दूसरी ओर से आए दर्जनों वकीलों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए घंटों हंगमा किया।
सूचना पाकर मौके पर एसपी नार्थ व पांच क्षेत्राधिकारियों समेत पहुंची कई थानों की पुलिस ने काफी देर की मशक्कत के बाद मामले को शांत कराया। वकील की ओर से दी गयी तहरीर के आधार पर पीजीआइ कोतवाली क्षेत्र के दो चौकी इंचार्ज व दो सिपाहियों के खिलाफ पीजीआइ कोतवाली में मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं तेलीबाग चौकी इंचार्ज ने भी वकील पक्ष पर मारपीट और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की तहरीर दी है।
ये था मामला
मिली जानकारी के मुताबिक तेलीबाग द्वारिकापुरी निवासी भूतपूर्व सैनिक अरविंद कुमार रविवार रात करीब नौ बजे अपनी बाइक से बाबूखेड़ा से घर आ रहे थे। इसी दौरान ईश्वरीय खेड़ा के पास सफारी सवार पांच लोगों ने ओवरटेक कर रोककने के बाद उनकी पिटाई शुरू कर दी। शोर मचाने पर हमलावारों ने उनपर गोली चला दी जिससे वो बाल-बाल बच गए। वहीं लोगों को जुटता देख सफारी सवार भाग निकले।
घटना के बाद मुकदमा दर्ज कराने अरविंद कुमार देर रात अपने वकील रमाशंकर तिवारी के साथ पीजीआइ कोतवाली पहुंचें। अधिवक्ता का आरोप है कि तहरीर से गोली मारने की बात निकालने के लिए पुलिस दबाव बना रही थी। जिससे मना करने पर चौकी इंचार्ज तेलीबाग आशुतोष सिंह चौकी इंचार्ज वृंदावन राजू सिंह व सिपाही राम कुमार व राजकुमार समेत 40 से 50 अज्ञात पुलिसकर्मियों ने दौड़ाकर मारा-पीटा और लॉकअप मे ले जाकर लात-घूंसों व बेल्ट से मारते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया उनके पास मौजूद सामान भी छीन लिया।
एसपी व पांच सीओ ने पहुंचकर संभाला मामला
दूसरी ओर साथी वकील की पिटाई की जानकारी का पता चलते ही देर रात बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने पीजीआइ कोतवाली पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। मध्य रात्रि कोतवली परिसर में चल रहे मारपीट और हंगामे की सूचना पर एसपी उत्तरी अमित कुमार व सीओ कैंट बीनू सिंह के अलावा सीओ हजरतगंज, सीओ गोमतीनगर और सीओ कृष्णानगर आधा दर्जन थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। घंटों की मशक्कत के बाद अधिकारियों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन देकर वकीलों को शांत कराया।
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जिसके बाद वकील रमाशंकर तिवारी की तहरीर पर देर रात दो चौकी इंचार्ज आशुतोष सिंह व राजू सिंह के अलावा कांस्टेबल राम कुमार और राजकुमार के खिलाफ पीजीआइ कोतवाली में धारा 147, 323, 504, 392 व 427 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस पक्ष ने दी तहरीर, नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
वहीं इस मामले में पुलिस पक्ष की ओर से वकीलों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए तहरीर दी गयी। हालांकि सोमवार शाम तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका था। चौकी इंचार्ज आशुतोष सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व सैनिक अरविंद कुमार के साथ हुई घटना की तहरीर के अनुसार थाना कार्यालय मे आरक्षी आशीष सिंह द्वारा मुकदमा पंजीकृत करने के दौरान वादी के साथ आये अधिवक्ता साथियो के साथ कार्यालय मे घुसकर आरक्षी आशीष कुमार, विकास कुमार के साथ मारपीट व अभद्रता करने के साथ ही सरकारी कार्य में बाधा पहुंचा रहें थे। सूचना मिलने पर वो पीजीआइ कोतवाली पहुंचे और वकीलों को बहुत समझाया, लेकिन वकील नहीं माने जिसपर आलाधिकारियों को घटना के संबंध में सूचन देने के साथ ही पीजीआइ कोतवाली में मुकदमा लिखे जाने के लिए उनकी ओर से तहरीर दी गयी है।
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वहीं इस मामले में सीओ कैंट डॉ. बीनू सिंह ने बताया कि पुलिस और वकील के बीच तहरीर को लेकर कहासुनी व मारपीट हुई थी। वकील की तहरीर के अनुसार मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है, हालांकि उन्होंने एसआइ की तहरीर के बाबत कुछ कहने से मना कर दिया।