आरयू संवाददाता, लखनऊ। पायल फाउडेशन की ओर रविवार को लेस्बियन, गे, बाइसेक्शुअल एवं ट्रांसजेंडर (एलजीबीटी समुदाय) के लोगों ने रविवार को राणा प्रताप मार्ग से लेकर हजरतगंज जीपीओ तक मार्च निकाला।
मार्च निकाल रहे लोगों का कहना था कि समाज में किन्नरों के अपराध करने पर उसे आम इंसानों की तरह ही सजा दी जाती है, लेकिन किन्नरों के साथ रेप होने पर दोषियों को कम सजा दी जाती है। जो सरासर अन्याय है, सजा का समान प्रावधान होना चाहिए।
मार्च में एलजीबीटी समुदाय की संस्था अवध प्राइड के सदस्य व उनके समर्थक भी शामिल रहें। ढोल नगाड़े के थाप पर झूम रहे एलजीबीटी समुदाय के लोगों का कहना था उनकी ओर से हर साल ये मार्च निकाला जाता है। धारा 377 को समाप्त कराने के लिए उन लोगों ने काफी संघर्ष किया है।
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आज वह लोग धारा 377 के समाप्त होने की खुशी भी एक बार फिर से मना रहे हैं। साथ ही आज भी उनके समाज के लोगों को गलत निगांह से देखने के साथ ही भेदभाव किया जाता है, जिसे समाप्त किया जाना चाहिए। निकाले जा रहे मार्च का उद्देश्य समाज में हम लोगों को बराबर का अधिकार दिलाना भी है। उन लोगों की मांग है कि उन्हें भी शादी का अधिकार, बच्चे गोद लेने समेत दूसरे अधिकार समान्य लोगों की तरह ही मिले।
वहीं दूसरी ओर मार्च निकाल रहे लोगों में गजब का उत्साह रहा। युवक, युवतियां व किन्नर ढोल नगाड़े की थाप पर नाच-झूम रहे थे। इस दौरान इस अनोखे मार्च को देखने के लिए राहगीरों में जिज्ञासा देखी गयी। जगह-जगह पर लोग इस मार्च की फोटो खींचने के साथ ही वीडियो बना रहे थे।