आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ में 1857 में आजादी की पहली लड़ाई की गवाह रही रेजीडेंसी में साउंड एण्ड लाईट शो जल्द ही शुरू हो जाएगा। मंगलवार को इसका ट्रायल किया गया, जो काफी आकर्षक रहा। साल 2000 के बाद अगामी 26 जनवरी 2020 से लखनऊ के लोग और यहां घूमने आने वाले पर्यटक फिर से साउंड और लाईट शो देख सकेंगे।
दिल्ली की कंपनी इंटीग्रेटिड डीजिटल सॉल्यूशंस के मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश भार्गव की निगरानी में इसका ट्रायल अंतिम रूप में है। उनका दावा है कि पर्यटकों को यह शो काफी पसंद आएगा। इसको दो भागों में विभाजित कर दिखाए जाने की प्लानिंग है।
33 मिनट के साउंड एण्ड लाईट शो के पहले भाग में लखनऊ का इतिहास होगा, जबकि दूसरे भाग में स्वतंत्रा संग्राम के विद्रोह की लड़ाई को यहां की एतिहासिक भवन पर लाईट की रंग बिरंगी-रोशनी और आकृतियों के माध्यम से दर्शाया जाएगा। साथ ही दास्तां गोई और कहानी रूप में ढाला गया है। थिएटर के जाने-माने कलाकारों की आवाज इसमें आपको सुनाई देगी।
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पर्यटन विभाग के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। छह करोड़ रुपये के बजट से साउंड एण्ड लाईट सिस्टम को लगाया गया है। इतिहास बताता है कि आजादी के मतवालों ने अंग्रेज अधिकारियों के गढ़ रहे रेजीडेंसी में पूरे 86 दिन तक कब्जा जमाए रखा था। रेजीडेंसी 1857 की लड़ाई की गवाह रही है।
पूर्व राज्यपाल के रुचि लेने के बाद काम ने पकड़ी थी तेजी
रेजीडेंसी की एतिहासिकता को जानने के बाद पूर्व राज्यपाल राम नाईक के रुचि ली थी और 15 अगस्त 2019 को इस शो को शुरू करने के आदेश दिये थे। तैयारी पूरी नहीं कर पाने के कारण पर्यटन विभाग के अधिकारी इसे शुरू नहीं कर पाये थे। अब यह शो पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इस ट्रायल अंतिम रूप में है। नये साल से इस शो को राजधानी के लोग ही नहीं देश-विदेश से आने वाले पर्यटक भी देख सकेंगे।