आरयू ब्यूरो, लखनऊ। एशिया का सबसे बड़ा जनेश्वर मिश्र पार्क बुधवार को खूनी संघर्ष का गवाह बना। पार्क स्थित कैंटीन संचालक व गोल्फ कार्ट के ठेकेदार की आपसी भिड़त में दोनों पक्षों के आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। वहीं पथराव व मारपीट में कई लोगों के सिर भी फूटे हैं, जबकि बवाल के दौरान एलडीए की तीन गोल्फ कार्ट में तोड़फोड़ की गयी।
लाठी-डंडे चलने व पत्थरबाजी के चलते करीब घंटें भर तक पार्क में अफरा-तफरी का माहौल रहा। इस दौरान पार्क में घूमने आईं महिलाएं व बच्चें सहमे रहे। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोमतीनगर पुलिस दोनों पक्षों को लेकर थाने पहुंचीं। जहां से आधा दर्जन घायलों को मेडिकल मुआयने के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। कैंटीन संचालक व ठेकेदार की ओर से दी गयी तहरीर के आधार पर बुधवार की रात गोमतीनगर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
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जानकारी के अनुसार गोमतीनगर के ग्वारी गांव निवासी मिश्री लाल यादव जनेश्वर पार्क स्थित मरी माता मंदिर परिसर में अपने बेटों के साथ कैंटीन चलाते हैं। मिश्री लाल ने बताया कि आज दोपहर करीब दो बजे कैंटीन पर बैठे थे। तभी वहां पार्क में ही गोल्फ कार्ट का ठेका चलाने वाला अरुण यादव अपने साथी कुलदीप, ललित, विनायक, सत्यम व डीके के साथ पहुंचा। मिश्री लाल का दावा था कैंटीन में समोसा खाने व कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद पैसे की मांग पर ठेकेदार झगड़ने लगा इस दौरान लोगों ने विरोध किया तो कुछ ही देर में अरुण अपने दर्जन भर साथियों के साथ लाठी-ड़डे व धारदार हथियार से लैस होकर दोबारा लौटा और उन लोगों पर हमला बोल दिया। जिसमें उनका सिर फट गया, जबकि बेटे मोनू यादव का बायां पैर टूट गया, वहीं एक अन्य बेटा परेश व कर्मचारी कल्लू भी हमले में घायल हो गया।
ग्रामीणों ने लगाया एलडीए के अधिकारियों पर ठेकेदार को बढ़ावा देने का आरोप
घटना के बाद गोमतीनगर थाने पर जुटे ग्वारी गांव के लोगों ने जनेश्वर मिश्र पार्क का काम देखने वाले एलडीए के अधिकारियों पर ठेकेदार अरुण यादव को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना था कि पहले ठेकेदार को बोटिंग का ठेका दिया गया था, उसके कुछ महीनों बाद ही पार्क में किराए पर साइकिल चलवाने का काम सौंप दिया गया। इसके बाद कुछ महीना पहले ही अधिकारियों ने सांठगांठ कर पार्क की पांच गोल्फ कार्ट को भी उसी ठेकेदार के हवाले कर दिया।
गोल्फ कार्ट में भरकर आए गुंडे, फिर खुद ही की तोड़फोड़
मिश्री लाल के बेटे मोहित यादव ने दावा किया कि उसके बूढ़े पिता से विवाद होने के कुछ ही देर बाद तीन गोल्फ कार्ट में भरकर गुंडे टाइप के लोग कैंटीन पहुंचें और उसके परिवार पर टूट पड़े। पिता व भाईयों की चीख-पुकार सुन ग्रामीणों को जुटता देख फंसाने की नियत से गोल्फ कार्ट के शीशों पर ईट-पत्थर व डंडों से वारकर उन्हें तोड़ दिया और फिर हमलावर भाग निकले।
एलडीए उपाध्यक्ष के दौरे के बाद मचा बवाल
वहीं आज पार्क में एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह भी निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। पार्क से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार वीसी करीब घंटें भर पार्क में मौजूद रहें। इस दौरान एलडीए के अधिकारी व इंजीनियर वहीं थे। वीसी के निकलने के बाद ही पार्क से जुड़े इंजीनियर व अधिकारी भी वहां से चले गए। जिसके करीब घंटें भर बाद ही पार्क में उत्पात शुरू हो गया।
बनना था कंट्रोल रूम, लेकिन योजना बनाकर भूले अधिकारी
बताते चलें कि पिछले साल ही जनेश्वर पार्क की झील में डूबकर एक मासूम की मौत हो गयी थी। जिसके बाद एलडीए के अधिकारियों ने जनेश्वर मिश्र पार्क में सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही सुझाव व शिकायत के लिए पार्क में ही कंट्रोल रूम बनवाने का भी दावा किया था। हालांकि मासूम की मौत का मामला ठंडा पड़ते ही एलडीए के अधिकारी कंट्रोल रूम बनाने की बात भूलकर बैठ गए। वर्तमान में हालात ऐसा है कि पार्क में बने एलडीए अधिकारियों व इंजीनियरों के कमरों में भी अधिकतर समय ताला बंद रहता है।
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मिश्री लाल यादव व ठेकेदार अरुण यादव की तहरीर पर दोनों पक्षों के लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में गोमतीनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। घायलों का उपचार कराने के बाद मामले की आगे जांच की जा रही है। जांच में जो भी पक्ष दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सुर्कीत माधव, एसपी नार्थ
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पुलिस मामले में कानूनी कार्रवाई कर रही है। एलडीए की गोल्फ कार्ट तोड़ने वालों को विभाग की ओर से चिन्हित किया जा रहा है। आवश्यकता हुई तो एलडीए अपने स्तर से जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगा। इसके अलावा इस बात की भी जांच होगी कि एक ही ठेकेदार को इतने काम किस आधार पर दिए गए हैं। एसपी सिसोदिया, उद्यान अधिकारी एलडीए