आरयू वेब टीम। कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बार फिर लॉकडाउन 14 दिनों तक और बढ़ा दिया है। जिसके बाद महाराष्ट्र के चंद्रपुर में हजारों प्रवासी मजदूर शनिवार को सड़कों पर उतर आए और उन्होंने मांग की कि उन्हें उनके शहर वापस भेजने की व्यवस्था की जाए।
इन मजदूरों में ज्यादातर भारत के उत्तरी हिस्सों के रहने वाले हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि यह घटना जिले के बल्लारपुर में सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुई। हजार से अधिक मजदूर, जिनमें से अधिकतर सरकारी मेडिकल कॉलेज के एक निर्माण स्थल में रह रहे थे, सड़कों पर उतर आए और मांग की कि उनके गृह राज्यों में उनकी वापसी के लिए प्रबंध किए जाएं। उन्होंने हाईवे को जाम करने की कोशिश की और रेलवे स्टेशन की तरफ जाने लगे।’
यह भी पढ़ें- सूरत में लॉकडाउन से परेशान प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतरे, वाहनों में तोड़फोड़ कर लगाई आग
अधिकारी ने कहा, ‘श्रमिक उत्तर प्रदेश और बिहार में अपने-अपने घर लौटना चाहते थे। इनमें से कुछ पश्चिम बंगाल से थे। मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनके आय के स्रोत बंद हो गए हैं।
यह भी पढ़ें- मुंबई में टूटा लॉकडाउन, रेलवे स्टेशन के पास उमड़ी हजारों की भीड़ ने की नारेबाजी व घर जाने की मांग
इसकी सूचना मिलने पर, रामनगर पुलिस थाने के कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। उन्होंने कहा, ‘पुलिस कर्मियों ने श्रमिकों को बताया कि अगर वे अपने गृह राज्य लौटना चाहते हैं तो उन्हें उचित प्रक्रिया का पालन करना होगा, क्योंकि विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें स्पेशल ट्रेन में जगह पाने के लिए आवेदन फॉर्म भरने होंगे।’ अधिकारी ने बताया कि उन्हें भोजन मुहैया कराया गया और बाद में श्रमिक अपने स्थानीय आवास पर लौट गए।