सूरत में लॉकडाउन से परेशान प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतरे, वाहनों में तोड़फोड़ कर लगाई आग

प्रवासी मजदूर
आग बुझाती पुलिस।

आरयू वेब टीम। कोरोना वायरस के खतरे पर लगाम लगाने के लिए देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की गई है। साथ ही लोगों से जहां हैं वहीं रहने की अपील की गई, लेकिन इसके बावजूद लोग अपने मूल निवास स्थान की ओर जाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला गुजरात के सूरत का सामने आया है। जहां लॉकडाउन से परेशान सैकड़ों प्रवासी मजदूर उग्र होकर सड़कों पर उतर आए।

मजदूर उन्हें वापस उनके घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे। अपने उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन भी फूंक डाले। पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया। पुलिस ने स्‍थानीय मीडिया को बताया कि शुक्रवार रात सूरत के लसकाना इलाके में लॉकडाउन से परेशान होकर सैकड़ों प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए थे। वह अपने घरों को लौटने के लिए समुचित व्यवस्था किए जाने और उनके बकाये का जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग कर रहे थे।

यह भी पढ़ें- मजदूरों के पलायन पर गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी, कहा सभी राज्य व केंद्र शासित प्रदेश मजदूरों के रहने-खाने का करे प्रबंध

एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे इनमें से कुछ मजदूरों ने अपने गृह राज्य लौटने देने की मांग करते हुए वहां रखे हाथ ठेलों और दूसरे वाहनों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। उग्र प्रदर्शन को रोकने के लिए पहुंची पुलिस ने कुछ मजदूरों को मौके से हिरासत में ले लिया। तब कहीं जाकर स्थिति काबू में आई।

यह भी पढ़ें- खालिद रशीद ने निजामुद्दीन मरकज मामले के जांच की उठाई मांग, जमात में शामिल लोगों से कोरोना टेस्ट करवाने कि अपील भी की

बता दें कि लॉकडाउन के कारण यहां कई प्रवासी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में उनकी मांग है कि सरकार को उन्हें अपने घर अपने गांव लौटने की अनुमति देना चाहिए।

यह भी पढ़ें- लॉकडाउन: मजदूरों के पलायन पर केंद्र सरकार सख्त, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को दिए सीमा सील करने के निर्देश