गुड़गांव में सैनेटाइजर की फैक्ट्री में लगी भीषण आग, काम कर रहे मजदूरों को निकाला गया बाहर

सैनेटाइजर फैक्ट्री
फैक्ट्री से उठतीं आग और धूंऐं की लपटें।

आरयू वेब टीम। गुड़गांव के खेड़की दौला गांव में सैनेटाइजर बनाने की फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। ये हादसा शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ। घटना के समय फैक्‍ट्री में 70 मजदूर काम कर रहे थे, जिन्हें जल्दी-जल्दी बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस व दमकल विभाग की छह गाड़ियों कई घंटे की कड़ी मशक्‍कत के बाद आग बुझाने में सफलता पाई।

मिली जानकारी के अनुसार, गुड़गांव के खेड़की दौला गांव में स्टेला कंपनी है। यह कंपनी कॉस्मेटिक, परफ्यूम और सैनेटाजर बनाती है। फैक्ट्री में आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है। हालांकि कुछ लोग यह भी कह रहे थे कि सिलेंडर फटने से आग लगी, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। आग लगते ही फैक्‍ट्री में काम कर रहे मजदूरों को तुरंत बाहर निकाला गया। वहीं फैलती आग को देखते हुए फैक्ट्री के पास के घरों को खाली कराया गया। हांलाकि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। वहीं आर्थिक नुकसान का अभी सही आकलन लगाना मुश्किल है। लोगों की माने तो लाखों का नुकसान हुआ है। पुलिस के अनुसार जांच के बाद ही सही जानकारी मिल सकेगी।

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बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद सैनेटाइजर की मांग मार्केट में बढ़ गई थी। जिससे कंपनी में बड़े स्तर पर सैनेटाइजर का उत्पादन कर रही थी। सैनेटाइजर में ट्राइक्लोसान नाम का एक कैमिकल भी होता है, जिसे हाथ की त्वचा सोख लेती है। यह सच बात है कि इसका अधिक इस्तेमाल करने पर यह हाथ की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है। सैनेटाइजर में एक विषैला तत्व बेंजाल्कोनियम क्लोराइड भी होता है, जो कीटाणुओं को कम करता है, लेकिन साथ ही हमारी त्वचा के लिए नुकसानदेह होता। बावजूद इसके सैनेटाइजर तत्काल उपलब्ध होने के साथ लाने-ले जाने में काफी सुविधाजनक होता है।

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