आरयू इंटरनेशनल डेस्क। ब्रिटेन की एक अदालत ने भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी को गुरुवार को नौ जुलाई तक और न्यायिक हिरासत में रखने के आदेश दिए। भारत में अरबों रुपये के बैंक कर्ज घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में अभियुक्त नीरव मोदी पिछले साल मई से लंदन की एक जेल में कैद है।
नीरव मोदी को जेल से लंदन की वेस्टमिंस्टर अदालत में वीडियो लिंक के जरिए पेश किया गया। वह पिछले साल मार्च में गिरफ्तारी के बाद से वैंड्सवर्थ जेल में है। अदालत ने सुनवाई में उसकी हिरासत की अवधि नौ जुलाई तक बढ़ा दी।
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ करीब दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी के मामले में नीरव मोदी के खिलाफ ब्रिटेन में प्रत्यर्पण का मुकदमा चल रहा है। उसके प्रत्यर्पण के मामले पर सात सितंबर को सुनवाई होने वाली है। तब तक उसे हर 28 दिन इसी तरह सुनवायी के लिए पेश किया जाएगा।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिला न्यायाधीश सैमुअल गूजी ने नीरव मोदी से कहा कि आपके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया के संबंध में सात सितंबर को होने वाली अगले चरण की सुनवाई से पहले आप की पेशी इसी तरह से वीडियो लिंक के जरिए होगी। इस दौरान नीरव मोदी ने सिर्फ अपना नाम व राष्ट्रीयता ही बताई। बाकी समय वह चुप ही रहा। वह (नीरव मोदी) सुनवाई के दौरान कागज पर कुछ लिख रहा था।
न्यायाधीश गूजी ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया के पहले चरण की पिछले महीने अध्यक्षता की थी। दूसरे चरण के तहत सात सितंबर से पांच दिन की सुनवाई शुरू होगी।