आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष के हमले झेल रही योगी सरकार के सामने शुक्रवार शाम उस समय नया संकट खड़ा हो गया जब मां-बेटी ने मुख्यमंत्री कार्यालय (लोकभवन) के बाहर खुद को आग लगा ली। हजरतगंज स्थित लोकभवन के बाहर व विधानसभा के सामने आग की लपटों में घिरी मां-बेटी को चीखते देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। मौक पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने कंबल की सहायता से आग-बुझाकर घायल मां व बेटी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां दोनों की हालत गंभीर है। अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहीं मां-बेटी दबंगों के आतंक के साथ ही पुलिस के रवैय्ये से भी त्रस्त बतायीं जा रहीं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार अमेठी जिले की सोफिया अपनी बेटी गुड़िया के साथ जामो क्षेत्र में रहती हैं। करीब डेढ़ महीना पहले नाली के विवाद को लेकर गांव के दबंगों ने सोफिया व उसकी बेटी गुड़िया की पिटाई कर दी थी।
गुड़िया जब गुहार लगाने जामो थाना पहुंची तो दबंग वहां भी आ गए और पुलिस के सामने उसे थाने से बाहर भगा दिया। इसके बाद उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप पर आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई, लेकिन मुकदमा लिखे जाने के बाद भी दबंगों ने घर में घुसकर मां-बेटी पर दोबारा हमला कर दिया।
आरोप है कि हमले में घायल होने के बाद मां-बेटी ने थाने से लेकर पुलिस के अधिकारियों तक के यहां चक्कर लगाएं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। दबंगों के आतंक व पुलिस के रवैय्ये से नाराज मौत को गले लगाने का फैसला कर आज सूबे की राजधानी लखनऊ पहुंची मां-बेटी ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर यूपी के मुखिया के कार्यालय के बाहर ही खुद को आग लगा ली। अस्पताल में भर्ती गुड़िया ने मीडिया को बताया कि गांव में अर्जुन, सुनील, राजकरन व राममिलन काफी दबंग लोग हैं। जो उनको प्रताडि़त कर रहें थे।
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मां-बेटी के इस आत्मघाती कदम ने जहां हड़कंप मचा दिया है। वहीं उत्तर प्रदेश में पुलिस की मनमानी व दबंगों के आतंक की पोल भी खोलकर रख दी है। साथ ही इस घटना ने लोकभवन की सुरक्षा व उसके सामने स्थित विधानसभा की सुरक्षा में तैनात अफसरों की सक्रियता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
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वहीं घायल मां-बेटी की एक रिश्तेदार ने बताया कि दबंगों के आतंक से त्रस्त होकर मां-बेटी ने करीब एक महीने से घर भी छोड़ दिया था। इस दौरान वह हर जगह अधिकारियों के सामने गुहार लगातीं रहीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस दौरान मां-बेटी के खिलाफ भी हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। दबंग लोग कहते थे सात या दस साल के लिए मां-बेटी जेल जाएंगीं। इससे भी दोनों बहुत परेशान थीं।
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एसीपी हजरतगंज ने मीडिया को बताया कि पूरे मामले की छानबीन करने के साथ ही अमेठी पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। घटना की सूचना आलाधिकारियों को भी दे दी गयी है।